चार चाइनीज कोरोना वायरस आपस में मिले! एक वायरस दूसरे से, "यार भारत आकर मैं तो फंस गया! एक घर में गया तो अदरक कूट कूट कर रोज चाय में पिला दी। मुश्किल से जान बचाकर भागा!"
दूसरा: यार मैं जिस घर में गया, उन्होंने तो रोज गिलोय, तुलसी, काली मिर्च ,शहद का काढ़ा पिलाकर मेरी ही फैमिली ख़त्म कर दी! तीसरा: यार मेरे साथ बहुत बुरी बीती, वो परिवार तो सुबह उठते ही गर्म पानी पीता है और उसके बाद कपालभाति प्राणायाम करता है! जितना मैं उनकी साँसों में घुसने की कोशिश करता हूँ उतना ही वो मुझे धक्का दे के बाहर फेंक देते हैं! चौथा: भाई मैं जिस परिवार में गया वो ऐसा कुछ नहीं करते... लेकिन चाय में तुलसी, नाश्ते में हल्दी, अजवायन का छोंक, खाने की सब्जी में लहसुन, जीरा, मेथी, दालचीनी, त्रिफला! हे भगवान इन भारतीयों के पास इतने कोरोना किलर हैं, ऊपर से ये हनुमान चालीसा पढ़ पढ़ के डराते हैं और हर घर में एक बुजुर्ग, एक दादी वो तो पूरे भगवान हैं, कोई न कोई जड़ी बूटी, मसाले बताते ही रहते हैं! अब जब तक ये परिवार व्यवस्था और प्रभु में आस्था यहाँ रहेगी हम तो इनका कुछ बिगाड़ ही नहीं सकते! |