सच्ची घटनाओ पर आधारित!

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    बर्तन मांजते हुए ये समझ आया कि...

    कुकर एक निहायत ही छिछोरा और वाहियात किस्म का बर्तन है, जो सीटी के बिना काम नहीं करता और सीटी मारना इस छिछोरे पर सूट भी करता है!

    सारे बर्तन शराफत से साफ हो जाते हैं, लेकिन इसके अलग नखरे हैं!

    रबर अलग से धो, सीटी अलग से धो, ढक्कन अलग से और शरीर अलग से!

    उस पर भी ये हरामखोर दाल में डाली गई सारी हल्दी का उपटन दो सीटी में ही बाहर उछाल कर, अपने शरीर पर मल लेता है!

    इसे कौन से फैशन परेड में जाना होता है हल्दी का फेशियल करके!

    उंगलियां दुख जाती है हल्दी छुटाते छुटाते!
  • ज़्यादा होशियारी भी अच्छी नहीं! एक बार एक सास ने बहु से पूछा, "बहु फ़र्ज़ करो अगर तुम पलंग पर बैठी हो और मैं भी उस पलंग पर आकर बैठ जाऊं तो तुम क्या करोगी?"
    बहु: सासू माँ मैं वहाँ से उठ कर सोफे पर बैठ जाऊँगी।...
  • आज्ञाकारी बहु! एक बार जीतो की सास ने उससे पूछा, " बहु फ़र्ज़ करो अगर तुम पलंग पर बैठी हो और मैं भी उस पलंग पर आकर बैठ जाऊं तो तुम क्या करोगी?"
    जीतो: सासू माँ मैं वहां से उठ कर सोफे पर बैठ जाऊँगी।...
  • पेंटिंग का सच! रौबीला चेहरा... घुमावदार बडी बडी मूंछ, आँखों में चमक, हाथों में दोनाली बंदूक और पैरों के पास पड़ा हुआ कम से कम 10 फुटा बब्बर शेर!
    पेंटिंग्स की दुकान में तस्वीरें देखते देखते मैं अचानक इस तस्वीर के...
  • बच्चे की तरह! दो काफी वृद्ध व्यक्ति एक पार्क में पेड़ के नीचे बैठे थे तभी दोनों एक दूसरे की तरफ देखने लगे उनमें से एक बोला:
    अरे यार! अब तो मेरी उम्र 83 साल हो गयी है, अब तो...
  • अजब नुस्खा! पड़ोसन की छोटी सी लडकी गलियों में दौड़कर खेल रही थी।
    मेरी नजर "रिस्टबैंड स्टेप काउंटर" पर पड़ी जो उसने अपनी कलाई पर पहनी थी।
    मैंने हंसी के साथ पूछा...