चूतिया शब्द का आविष्कार

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    कलुआ को एक दुर्लभ बीमारी थी। जिसका डाक्टरों के पास कोई इलाज नहीं था लेकिन एक हक़ीम ने बताया कि अगर कोई स्त्री एक महीने तक उसे अपना दूध पिलाये तो शर्तिया वो ठीक हो जायेगा।

    ये बात जब बिरादरी को पता चली तो उसकी जान बचाने की खातिर उन्होंने मोहल्ले की एक ऐसी महिला को उस पुण्य के काम के लिये तैयार किया!

    युवक दूध पीने महिला के घर पहुँच गया।

    पांच मिनट दूध पीने का सिलसिला लगातार चला तो एकाएक महिला उत्तेजित भाव से कलुआ के कान में फुसफुसाई, "कुछ और चाहिये क्या?"

    बेचारा शरीफ था भावनाओं को समझा नहीं और बोला: एकाध बिस्कुट हो तो दे दो और इस तरह चूतिया शब्द का आविष्कार हुआ।
  • दृढ निश्चय! इंटरव्यू देने के लिए 2 विद्यार्थी तैयार बैठे थे। पहले का नंबर आया और वो अंदर जाता है।
    ऑफिसर: मान लो आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हो, और अचानक...
  • कुछ तो समझा करो! दो मित्र आपस में बातें कर रहे थे।
    एक काफी उत्तेजित था और कह रहा था, "अब मैं अपनी पत्नी को तलाक दे ही दूंगा।"
    दूसरा मित्र: क्या बात हो गई?...
  • अजीब दास्तान! अपने शर्मा जी ने ऐसे होटल क्लब में सदस्यता ली जिस में सारी लड़कियां नंगी घूमती थी और खूब चुदती थी।
    शर्मा अन्दर गया और देखा कि एक लड़की नंगी खड़ी थी! उसका लंड खड़ा हो गया!...
  • हिंदी मुहावरे ज्ञान बढाइये कुछ प्रसिद्ध मुहावरों का सही प्रयोग के लिये विस्तार में विवरण
    देवर को नहीं देगी पड़ोसी से फड़वा लेगी - मतलब किसी अपने का भला नहीं सोचने वाला जो किसी वस्तु को व्यर्थ बर्बाद कर देगा पर किसी अपने को नहीं देगा...
  • चूतियों की किस्म! चूतिये चार तरह के होते हैं...
    1) नस्लन: ये चूतिये केवल इसलिये चूतिये होते हैं, क्योंकि इनके बाप भी अपने समय के बहुत बड़े चूतिया थे।
    2) मसलन: ये वो होते हैं, जिनकी मिसालें दी जाती हैं।...
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