एक महिला ने एक मंत्री को फोन किया और बोली, "कुछ सप्ताह पहले मैं आपके पास सोई थी। मैं आपको ब्लैकमेल नहीं कर रही हूँ! लेकिन क्या आप मेरे घर एक फ्रिज भिजवा सकते हैं?"
मंत्री महोदय ने बहुत देर तक सोचा लेकिन उन्हें कुछ भी याद नहीं आया, यह औरत कौन है। फिर भी गले में पड़ी बला उतारने के लिए उन्होंने उसे एक फ्रिज भिजवा दिया। वक्त के साथ महिला की मांगें बढ़ती चली गईं। कभी वह कीमती हार की फरमाइश करती, कभी दो-चार हजार रुपए नगद की! आखिर जब एक दिन उसने मोटर कार की मांग की, तो मंत्री जी ने तंग आकर पूछ ही लिया कि आप आखिर हैं कौन, और मेरे साथ कहाँ और कब सोई थीं, मैं पहचान नहीं पा रहा हूँ? महिला ने उत्तर दिया: तीन महीने पहले विज्ञान भवन में एक सम्मेलन हुआ था। आप और मैं साथ-साथ बैठे थे। एक निहायत बोर भाषण के दौरान, आप भी बैठे-बैठे सो गए थे और मैं भी सो गई थी। |