80 वर्ष के एक बूढ़े आदमी को दस करोड़ की लाटरी लग गई! इतनी बड़ी खबर सुनकर कहीं वो बूढ़ा आदमी खुशी से मर न जाएं, यह सोचकर उनके घरवालों ने उसे तुरंत जानकारी नहीं दी सबने तय किया कि पहले एक डॉक्टर को बुलवाया जाए फिर उसकी मौजूदगी में उसे यह समाचार दिया जाए ताकि दिल का दौरा पड़ने की हालत में वह स्थिति को संभाल सके! शहर के जानेमाने दिल के डॉक्टर से संपर्क किया गया डॉक्टर साहब ने घरवालों को आश्वस्त किया, आप लोग चिंता मत करें उनको को यह समाचार मैं खुद दूंगा! उन्हें कुछ नहीं होगा, मेरी गारंटी है डॉक्टर साहब उस बूढ़े आदमी के पास गए कुछ देर इधर-उधर की बातें कीं फिर बोले मैं आपको एक शुभ समाचार देना चाहता हूं, आपके नाम दस करोड़ की लाटरी निकली हैं! बूढ़े आदमी ने कहा: अच्छा! लेकिन मैं इस उमर में इतने पैसों का क्या करूंगा, पर अब तूने यह खबर सुनाई है तो जा, आधी रकम मैंने तुझे दी! डॉक्टर साहब धम् से जमीन पर गिरे और हर्टअटैक से वहीँ मर गए! |
डॉक्टर(पागल से): तुम पागल कैसे हुए? पागल: मैंने एक विधवा से शादी की, उसकी जवान बेटी से मेरे बाप ने शादी की तो मेरी वो बेटी मेरी मां बन गई उनके घर बेटी हुई तो वह मेरी बहन हुई, मगर मैं उसकी नानी का शौहर था, इसलिए वह मेरी नवासी भी हुई इसी तरह मेरा बेटा अपनी दादी का भाई बन गया, और मैं अपने बेटे का भांजा और मेरा बाप मेरा दामाद बन गया, और मेरा बेटा अपने दादा का साला बन गया और... डॉक्टर: अबे चुपकर मुझे भी पागल करेगा क्या? |
एक आदमी डॉक्टर के पास गया,और डॉक्टर से कहा: डॉक्टर साहब मुझे लगता है कि मेरी बीवी को सुनने में कुछ समस्या है, जितना सुनाई दिया जाना चाहिए उतना भी उसे मुश्किल से सुनाई देता है, आप ही बताएं कि मैं क्या करूँ? डॉक्टर ने कहा पहले तो आप वो कीजिये जो मैं कहता हूँ जब आपकी बीवी रसोई में खाना बना रही हो तो आप 15 कदम दूर से उनसे कुछ पूछना,अगर वो जवाब न दे तो थोड़ा पास जाकर फिर वही बात पूछना जब तक वो जवाब न दें! वह अपने घर गया उसने देखा कि उसकी बीवी रसोई में खाना पका रही है, वह कोई 15 कदम दूर खड़ा हो गया उसने आवाज लगाईं, अरे भई खाने में क्या बन रहा है? उसे कोई जवाब सुनाई नहीं दिया वह थोड़ा सा आगे गया! लगभग 10 कदम से आवाज लगाईं, उसने फिर से वही पूछा, फिर भी उसे कोई जवाब सुनाई नहीं दिया! आखिर में वो अपनी पत्नी के बिलकुल पीछे खड़ा हुआ और उसने फिर वही प्रश्न पूछा,अरे! आज खाने में क्या बन रहा है? चौथी बार कह रही हूँ चिकन! अच्छा है कि तुम अपने कान डॉक्टर को दिखा आओ! |
डॉक्टर: मुझे लगता है तुम पूरा एक महीने बाद यहाँ आये हो तुमने मेरी बात नहीं मानी, जबकि मैंने तुम्हें कहा था की जो तुम्हारी बीमारी है, उसमें तुम्हें लगातार अपनी जाँच करवानी पड़ेगी? क्या तुम्हारे पास कोई बहाना है? रोगी: मैंने तो बस आपकी ही बात मानी है साहब! डॉक्टर: मेरी कौन सी बात मानी है? तुम क्या कह रहे हो? मैंने तो तुम्हें कोई बात नहीं कही थी! रोगी: आपने ही तो कहा था कि जिन लोगों को देख कर चिढ़ हो उनसे दूर ही रहना! |