मरीज: डॉक्टर साहब, जल्दी कुछ करो, मेरे पैरों पर एक औरत ने गाड़ी चढा दी। डॉक्टर ने अच्छे से चेक किया और पाया कि मामूली चोट है पर मरीज घबराया हुआ है। डॉक्टर: ओ हो, भाई आपरेशन करना पडेगा, बहुत खर्चा आयेगा... तैयार हो? मरीज: कुछ भी करो जल्दी करो। कमीनी ने मरा सोच कर उठाया भी नहीं। इतने में ही डॉक्टर की पत्नी का फोन आया। डॉक्टर: हैलो पत्नी: हैलो छोड़ो, ये बताओ मैं क्या करूं? मुझसे कार चलाते में एक आदमी मर गया जय हिंद चौक पर। डॉक्टर: आदमी ने कपड़े कैसे पहन रखे थे? पत्नी: हरी टी शर्ट और काली पैंट। डॉक्टर: ओ हो, तो उसे तुमने मारा है। पुलिस खूनी को तलाश करती हुई घूम रही है। पत्नी: तो अब क्या करूं? डॉक्टर: करना क्या है, 4-6 महीने के लिए मायके भाग जा जल्दी। पत्नी: ठीक है जा रही हूँ। मरीज: डॉक्टर साहब करो ना कुछ। डॉक्टर: भाई कुछ नहीं हुआ है तेरे को, ये ले 500 रूपये और चार बियर ले आ, दोनो पियेंगे... और हाँ, यह हरी टी शर्ट निकाल के जा। |
एक M.R.(Medical Representative) एक डॉक्टर की बेटी से प्यार करता था। एक दिन हिम्मत करके उसने डॉक्टर से उसकी बेटी का हाथ माँगा पर डॉक्टर ने इनकार कर दिया। कुछ दिनों बाद डॉक्टर ने अपनी बेटी की शादी एक डॉक्टर लड़के से करवा दी। परन्तु शादी के कुछ ही दिनों बाद वह डॉक्टर लड़का मर गया। M.R. ने फिर डॉक्टर के सामने उसकी लड़की से शादी का प्रस्ताव रखा लेकिन डॉक्टर ने फिर मना कर दिया। कुछ महीनों बाद डॉक्टर ने अपनी बेटी की शादी एक इंजीनियर से करवा दी लेकिन कुछ दिनों बाद इंजीनियर भी मर गया। M. R. ने फिर शादी की इच्छा प्रकट की लेकिन डॉक्टर नहीं माना। फिर डॉक्टर ने अपनी बेटी की शादी एक टीचर से करवा दी लेकिन कुछ दिनों में वह भी भगवान को प्यारा हो गया। अंत में डॉक्टर ने खिसियाकर अपनी बेटी की शादी उसी M. R. से करवा दी। महीना गुजर गया, छह महीने गुजर गए, धीरे धीरे साल भी गुजर गया लेकिन M. R. नहीं मरा। इसी इंतज़ार में एक दिन डॉक्टर साहब खुद ही गुजर गए और यमराज के पास पहुंचे। जाते ही उन्होंने यमराज से पूछा, `आपने मुझसे मेरे तीन दामादों को छीन लिया लेकिन यह M. R. क्यों नहीं मरा ?` यमराज गुस्से से बोले, `तो हम क्या करें ? वह जहाँ की कहकर जाता है वहाँ मिलता ही नहीं है। TP (Tour Program) में लिखा होता है सिवनी जा रहा हूँ, पर जाता है बालाघाट ! TP में लिखा होता है भोपाल, पर जाता है जबलपुर ! हम तो अब तक यही सोच रहे हैं कि इसे पकड़ें तो कहाँ पकड़ें ?" |
सोचो अगर डॉक्टर फिल्म बनाते तो फिल्मों के नाम क्या होते? कभी खांसी कभी जुखाम। कहो न बुखार है। टीवी नंबर 1। हम ब्लड दे चुके सनम। रहना है अब हॉस्पिटल में। बचना अय मरीजों। दिल तो कमजोर है। एक हसीना दो किडनी। अजब मरीजों की गजब बीमारी। |
मरीज: डॉक्टर साहब, जल्दी कुछ करो, मेरे पैरों पर एक औरत ने गाड़ी चढा दी। डॉक्टर ने अच्छे से चेक किया और पाया कि मामूली चोट है पर मरीज घबराया हुआ है। डॉक्टर: ओ हो, भाई आपरेशन करना पडेगा, बहुत खर्चा आयेगा... तैयार हो? मरीज: कुछ भी करो जल्दी करो। कमीनी ने मरा सोच कर उठाया भी नहीं। इतने में ही डॉक्टर की पत्नी का फोन आया। डॉक्टर: हैलो पत्नी: हैलो छोड़ो, ये बताओ मैं क्या करूं? मुझसे कार चलाते में एक आदमी मर गया जय हिंद चौक पर। डॉक्टर: आदमी ने कपड़े कैसे पहन रखे थे? पत्नी: हरी टी शर्ट और काली पैंट। डॉक्टर: ओ हो, तो उसे तुमने मारा है। पुलिस खूनी को तलाश करती हुई घूम रही है। पत्नी: तो अब क्या करूं? डॉक्टर: करना क्या है, 4-6 महीने के लिए मायके भाग जा जल्दी। पत्नी: ठीक है जा रही हूँ। मरीज: डॉक्टर साहब करो ना कुछ। डॉक्टर: भाई कुछ नहीं हुआ है तेरे को, ये ले 500 रूपये और चार बियर ले आ, दोनो पियेंगे... और हाँ, यह हरी टी शर्ट निकाल के जा। |