सुबह उठ कर पत्नी को पुकारते हैं, सुनो चाय लाओ।
थोड़ी देर बाद फिर आवाज़, सुनो नाश्ता बनाओ। क्या बात है, आज अभी तक अखबार नहीं आया। जरा देखो तो, किसी ने दरवाजा खटखटाया। अरे आज बाथरूम में साबुन नहीं है क्या? देखो तो कितना गीला पड़ा है तौलिया। अरे,ये शर्ट का बटन टूटा है, जरा लगा दो और मेरे मौजे कहाँ है, जरा ढूंढ के ला दो। लंच के डिब्बे में आलू के परांठे दो ज्यादा रख देना। देखो अलमारी पर कितनी धूल जमी पड़ी है, लगता है कई दिनों से डस्टिंग नही की है। गमले में पौधे सूख रहे हैं, क्या पानी नहीं डालती हो? दिन भर करती ही क्या हो बस गप्पे मारती हो। शाम को डोसा खाने का मूड है, बना देना। बच्चों की परीक्षाएं आ रही हैं पढ़ा देना। सुबह से शाम तक कर फरमाईशें कर नचाते हैं, चैन से सोने भी नहीं देते, सताते हैं। दिनभर में बीवियां कितना काम करती हैं ये तब मालूम पड़ता है जब वो बीमार पड़ती हैं। एक दिन में घर अस्त व्यस्त हो जाता है, रोज का सारा रूटीन ही ध्वस्त हो जाता है। आटे दाल का सब भाव पता चल जाता है। बीवी की अहमियत क्या है, ये पता चल जाता है। सभी बीवियों को सलाम। |
दोस्तों आज हम एक अजीब प्राणी के बारे में पढेंगे, इस जीव का नाम है 'बीवी'।
यह अक्सर रसोई और टीवी के सामने पाई जाती है। इनका पौष्टिक आहार है पति का भेजा। ये पानी कम खून ज्यादा पीती है। इन्हें अक्सर नाराज़ होने का नाटक करते हुए देखा जाता है। इस प्राणी का सबसे खतरनाक हथियार है रोना और इमोशनल ब्लैकमेल करना। उसके संपर्क में रहने से टेंशन नाम की बीमारी हो सकती हे, जिसका कोई इलाज़ नहीं। बस इनसे सावधान रहना! "अखिल भारतीय कुंवारा संघ द्वारा जनहित में जारी।" |
1. शादी एक खुली जेल है जिसके बंधन में आजीवन रहना होता है।
2. शादी एक ऐसी साझेदारी है जिसमें पूँजी पति लगाता है, लाभ पत्नी पाती है। 3. शादी एक ऐसी कहानी है जो झील के किनारे से शुरू होकर ज्वालामुखी के पहाड़ पर समाप्त होती है। 4. शादी एक ऐसी जोड़ी है, जिसर्मे प्रेम होता है, चूंकि प्रेम अंधा होता है, इसलिये यह अंधों की जोड़ी है। 5. शादी एक ऐसा आयोजन है जिसे महीलायें पुरूषों को लूटने के लिये आयोजित करती है। 6. शादी एक ऐसी किताब है जिसका पहला भाग पद्य में तथा शेष गद्य में होते हैं। 7. शादी एक ऐसा मिलन है जो अच्छे मित्रों की तरह रहने के इरादे से शूरु किया जाता है और दिन-ब-दिन ये इरादे बदलते जाते हैं। 8. शादी एक ऐसा प्रमाण है जिसके बाद ही आदमी मानता है कि कुँवारे ही भले थे। 9. शादी जीवन का एक ऐसा मोड़ है जिसमें लड़की की सब चिंतायें समाप्त हो जाती है, लड़के की शुरू हो जाती है। 10. शादी ही वह संस्कार है जिसे करने के बाद आदमी को ज्ञान होता है कि नर्क पृथ्वी पर ही है। 11. शादी एक शब्द नहीं, एक वाक्य है - एक दर्दनाक वाक्य! |
मेरी प्यारी बेगम, सवाल कुछ भी हो, जवाब तुम ही हो। रास्ता कोई भी हो, मंजिल तुम ही हो। दुःख कितना ही हो, ख़ुशी तुम ही हो। अरमान कितना ही हो, आरजू तुम ही हो। गुस्सा जितना भी हो, प्यार तुम ही हो। ख्वाब कोई भी हो, ताबीर तुम ही हो। यानी ऐसा समझो कि सारे फसाद की जड़ तुम हो और सिर्फ तुम ही हो। |