कल शाम मैं ऑफिस से घर जा रहा था। रास्ते में मोड़ पर एक वृद्ध भिखारी ने आवाज़ दी, "सवेरे से भूखा हूँ बेटा, कुछ दया करो।" मेरा दिल भर आया और मैंने अपने नाश्ते के लिए रखा चिप्स का पैकेट बैग से निकालकर उस वृद्ध भिखारी को दे दिया और आगे बढ़ने लगा। तभी भिखारी ने मुझे आवाज दी। वैसे तो मुझे जल्दी थी पर उसके आवाज देने पर मैं रुक गया और पलटकर उसके पास आया। वृद्ध भिखारी ने मुझे स्नेह से देखा और अंदर की चोर पाकेट से 140/-रुपये निकालकर मेरी हथेली पर धर दिए। मैं हकबका कर बोला, "बाबा ये क्या?" वृद्ध भिखारी ने ममतापूर्ण स्वर में कहा, "बेटा! तुमने इतने प्यार से मुझे नमकीन का पैकेट दिया तो मेरा भी मूड बन गया। बस सामने के ठेके से एक क्वार्टर ला दो। भगवान् तुम्हारा भला करेंगे।" |
हाथ पाँव फूलना - समय पर दारू का ना मिलना ऊंट के मुंह मे जीरा - दारू कम पड़ जाना कलेजा ठंडा होना - एक पैग गले के नीचे उतरना मुँह मीठा करना - पहली बार किसी को दारू पिलाना हाथ साफ करना - दूसरे का पैग भी चुपचाप पीना नेकी कर दरिया में डाल - फ्री में दोस्तो को पिलाना आँख फडकना - नशा उतरते जाना आँख लाल करना - फुल नशा हो जाना अंधे की लकडी़ - कोई पिलाने वाला मिल जाना अंगारों पर पैर रखना - दारू पीकर घर जाना आकाश के तारे तोड़ना - ठेके की लाईन में पहले स्थान पर होना तिल का ताड़ बनाना - दारू पीकर उपदेश देना ठन ठन गोपाल - पीने के लिए पैसा न होना दम मे दम आना - पीने के साथ चखना जुगाड़ हो जाना छाती पर साँप लोटना - बिना जानकारी ठेका बंद हो जाना काम तमाम करना - पूरी बोतल खतम करना |
एक बार एक शराबी रात के 12 बजे शराब की दुकान के मालिक को फ़ोन करता है और कहता है; शराबी: तेरी दुकान कब खुलेगी? दुकानदार: सुबह 9 बजे! शराबी फिर थोड़ी देर बाद दोबारा दुकानदार को फ़ोन करके पूछता है; शराबी: तेरी दुकान कब खुलेगी? दुकानदार: कहा ना सुबह 9 बजे! कुछ देर बाद शराबी फिर से दुकानदार को फ़ोन कर देता है और पूछता है; शराबी: भाईसाहब आपकी दुकान कब खुलेगी? दुकानदार: अबे तुझे कितनी बार बताऊँ सुबह 9 बजे खुलेगी इसीलिए सुबह 9 बजे आना और जो भी चाहिए हो ले जाना! शराबी: अबे, मैं तेरी दुकान के अन्दर से ही बोल रहा हूँ! |
दोस्तो आज हम शरीर को स्वस्थ रखने के उपाय बताएँगे। आज हमारे शरीर में धूल-मिट्टी, धुआँ, दूषित पानी, जहर युक्त फल एवं सब्जी से हमारे अंदर अनेक कीटाणु प्रवेश कर रहे हैं। इस सबसे बचने का एक ही उपाय है और वह है "शराब" जिसके चार पैग लगाते ही सारे कीटाणु मर जाते हैं और शरीर पूरी तरह से तरो-ताजा रहता है। इस औषधी का उपयोग करने की विधि: शाम को अपना सारा काम पूर्ण करने के बाद, दो गिलास लें व एक अच्छी कंपनी की शराब की बोतल लें और बर्फ और सोडा पानी और नमकीन काजू बादाम वगैरह और मुझे फोन कर के बुलायें। ताकि आप को एक अच्छा साथ मिल सके और आपका जीवन आनंद पूर्वक बीते। यह बात अच्छी लगे तो अपने इष्ट मित्रों के साथ शेयर करें और उन्हें भी लाभ उठाने का मौका दें। धन्यवाद! |