बंता ज्योतिषी से, "मुझे कैसे पता चलेगा कि मेरा बेटा भविष्य में क्या बनेगा?" ज्योतिषी: आप उसके टेबल पर सिगरेट, बियर, पैसों की एक गड्डी और किताबें रख दो। उनमें जो वो उठाएगा उससे पता चलेगा। बंता: ठीक है। अगले दिन जब बंता का बेटा आया तो उसने टेबल पर पड़ा हुआ सामान देखा और पैसों की गड्डी उठा कर जेब मैं रख ली, सिगरेट पी, बियर छुपा ली, ओर क़िताबें हाथ में लेकर घर से चला गया। बंता ज्योतिषी के पास गया और बताया कि उस नालायक ने तो सब कुछ ले लिया। ज्योतिषी: अरे, मुबारक हो! आपका बेटा राजनीतिज्ञ (Politician) बनेगा। |
संता और बंता एक रोज आलस के मारे एक कमरे में लेटे हुए थे। बंता: यार जरा बाहर जाकर तो देख, बारिश हो रही है क्या? संता: हाँ, बारिश हो रही है। बंता: बिना देखे ही तू कैसे कह सकता है? संता: अभी-अभी जो बिल्ली अंदर आई थी वो भीगी हुई थी, इसका मतलब बारिश हो रही है। थोड़ी देर बाद बंता फिर बोला, "जरा बत्ती तो बुझा दे यार, मुझे रौशनी में नींद नहीं आती।" संता: आंखें बंद कर लो अपने-आप अंधेरा हो जायेगा। बंता झल्लाकर बोला, "कम से कम दरवाजा तो बंद कर ले।" संता: अब दो काम मैंने कर दिए, एक-आध काम तू खुद भी कर ले। |
एक बार संता और बंता समुद्र किनारे सैर कर रहे होते हैं, कि तभी अचानक बंता के दिमाग में एक सवाल आता है तो वह संता से पूछता है, "यार संता एक बात बता।" संता: हाँ बोल। बंता: जब हर आदमी को शादी करने के नुक्सान पता होते हैं, तो फिर भी वो शादी क्यों करता है? संता: अरे वो इस लिए कि मरने के बाद अगर उसकी आत्मा स्वर्ग जाए तो वो अच्छा महसूस करे और अगर नर्क जाए तो उसे घर जैसा महसूस हो। |
बंता: प्रीतो और मैं तलाक ले रहे है। संता हैरान होते हुए, "क्यों क्या हुआ तुम दोनों तो बहुत अच्छे से रहते हो।" बंता: जब से हम लोगों ने शादी की है तब से प्रीतो मुझे बदलने की कोशिश में लगी हुई है, सबसे पहले उसने मुझे शराब पीने से रोका, फिर सिगरेट फिर इधर-उधर आवारा घूमने से। उसने मुझे सिखाया कि अच्छे कपड़े कैसे पहनते है, उसने मुझे संगीत और कला के प्रति रूचि आदि सब सिखाये और स्टॉक मार्केट में कैसे निवेश करना है ये सब भी उसी ने सिखाया। संता ने कहा, "क्या तुम बस इसलिए नाराज हो कि उसने तुम्हें बदलने के लिए ये सब किया।" बंता: अरे मैं नाराज नहीं हूँ, मैं अब काफी सुधर चुका हूँ तो अब वो मुझे अपने लायक नहीं लगती। |