Hindi Jokes

  • पत्र का जवाब!

    एक दिन बंता को संता का पत्र मिला जिसमें लिखा था...

    प्रिय मित्र बंता, मैं बहुत मुसीबत में हूँ मुझे तुम्हारी मदद चाहिए, मुझे 10000 रुपयों की जरुरत है 6 महीने में वापिस कर दूंगा!

    बंता, संता को पैसे नहीं देना चाहता था तो वो कोई बहाना सोचने लगा की अब क्या बहाना बनाऊं?

    बहुत सोचने के बाद उसे एक उपाय सुझा और बंता एक पत्र लिखने लगा...

    मेरे प्रिय मित्र संता, मुझे माफ़ करना! दुर्भाग्य से मुझे तुम्हारा वो पत्र नहीं मिला जिसमें तुमने मुझे 10000 रूपए देने को कहा था!
  • पागलों की पहचान!

    एक पागलखाने में एक पत्रकार ने डॉक्टर से प्रश्न किया। "आप कैसे पहचानते हैं कि, कौन मानसिक रोगी है और कौन नहीं?"

    डॉक्टर: हम एक बाथटब पानी से पूरा भर देते हैं और मरीज को एक चम्मच, एक गिलास और एक बाल्टी देकर कहते हैं कि वो बाथटब को खाली करे।

    पत्रकार: अरे वाह, बहुत बढ़िया। यानि जो नार्मल व्यक्ति होता होगा वो बाल्टी का उपयोग करता होगा क्योंकि वो चम्मच और गिलास से बड़ी होती है।

    डॉक्टर: जी नहीं। नार्मल व्यक्ति बाथटब में लगे हुए ड्रेन प्लग को खींच कर टब को खाली करता है। आप 39 नंबर के बैड पर जाइए ताकि हम आप की पूरी जाँच कर सकें।

    अगर आप ने भी बाल्टी ही सोचा था तो कृपया बैड नंबर 40 पर जाइए।
  • ब्लैकमेलिंग!

    एक महिला ने एक मंत्री को फोन किया और बोली, "कुछ सप्ताह पहले मैं आपके पास सोई थी। मैं आपको ब्लैकमेल नहीं कर रही हूँ! लेकिन क्या आप मेरे घर एक फ्रिज भिजवा सकते हैं?"

    मंत्री महोदय ने बहुत देर तक सोचा लेकिन उन्हें कुछ भी याद नहीं आया, यह औरत कौन है। फिर भी गले में पड़ी बला उतारने के लिए उन्होंने उसे एक फ्रिज भिजवा दिया।

    वक्त के साथ महिला की मांगें बढ़ती चली गईं। कभी वह कीमती हार की फरमाइश करती, कभी दो-चार हजार रुपए नगद की!

    आखिर जब एक दिन उसने मोटर कार की मांग की, तो मंत्री जी ने तंग आकर पूछ ही लिया कि आप आखिर हैं कौन, और मेरे साथ कहाँ और कब सोई थीं, मैं पहचान नहीं पा रहा हूँ?

    महिला ने उत्तर दिया: तीन महीने पहले विज्ञान भवन में एक सम्मेलन हुआ था। आप और मैं साथ-साथ बैठे थे। एक निहायत बोर भाषण के दौरान, आप भी बैठे-बैठे सो गए थे और मैं भी सो गई थी।
  • फुर्सत ही फुर्सत!

    एक रिटायर्ड अधिकारी किराना दुकान पर गए और कहा, "मुझे मसूर के 742 दाने दे दीजिये।"
    बिना एक शब्द कहे, लड़के ने उन्हें 200 ग्राम दाल तोल दी।

    रिटायर्ड अधिकारी ने आश्चर्यचकित होकर कहा, "क्या ये सच में 742 दाने हैं?"
    लड़के ने कहा, `घर जाकर गिन लीजिएगा। मेरे पिता ने इसकी गिनती 3710 दाने प्रति किलोग्राम की थी। यह 742 दाने प्रति 200 ग्राम होगा।`

    अधिकारी ने पूछा, "आपके पिता क्या करते हैं?"
    लड़का: आप की ही तरह रिटायर्ड हैं।  

    कोई रिटायर्ड सज्जन अपने पर न लें! यह लगभग-लगभग ठीक है।

    मसूर 3710 दाने प्रति किलो
    अरहर 3820
    मूंग छिलका 3880
    मूंग धुली 3990
    उड़द छिलका 3820
    उड़द धुली 4020
    चना 3480
    चने की दाल 3920
    चावल 3920
    दलिया की गिनती चल रही है।
    फुर्सत मिलने पर सूजी भी शुरू करनी है।