Hindi Jokes

  • ये कैसी दोस्ती?

    कल मेरा एक जिगरी यार मुझ से नाराज़ हो गया! बेतहाशा नाराज़।
    गलती मेरी ही थी, वजह भी बड़ी वाजिब थी। 
    बात ये हुई कि उनकी पत्नी यानी हमारी प्रिय भाभी जी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी। एक कोई हड्डी टूट गयी थी।
    एक प्रसिद्ध अस्थिरोग (हड्डी रोग) विशेषज्ञ से संपर्क व परामर्श हुआ।

    आपरेशन होगा ये तय हो गया।

    दोस्त टेंशन में था।

    मैंने पूछा खर्चा तो काफ़ी हो जाएगा ना?

    हाँ... दोस्त ने सिर हिलाया।

    मैंने फिर पूछा: लाखों में?

    दोस्त ने फिर हाँ कहा।

    बस यहीं मैं गड़बड़ कर बैठा! जब मज़ाक में दोस्त का टेंशन दूर कर के उसे हंसाने के लिए मुंह से निकल गया कि  इतने में तो दूसरी आ जाती यार।

    मेरा दोस्त भड़क गया।

    यार का गुस्सा होना तो बनता ही है ऐसे टेंशन वाले माहौल में!

    उसने एक थप्पड़ मारा और दांत भींच के बोला, "कमीने कुत्ते...
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    अब बता रहा है जब जमा करवा दिये हैं!"
  • सेर पे सवा सेर!

    एक बै रब्बू नै 500 रुपय्ये की जरूरत पड़-गी - सोची अक लाला जी पै ले ल्यूं ।

    रब्बू नै फोन खटकाया । लाला जी के फोन उठाते ही रब्बू बोल्या - लाला जी, मैं रब्बू बोलूं सूं ।

    लाला जी - हां रब्बू, बोल के बात सै ?

    रब्बू - लाला जी, 500 रुपय्ये की जरूरत थी ।

    ईब लाला जी नै सोची अक झिकोई रुपय्ये ले ज्यागा । लाला जी सोच कै बोल्या - "रब्बू, मन्नैं इस कान तैं सुणै कोन्या, रिसीवर दूसरे कान पै लाऊं सूं, फेर बोलिये ।"

    लाला जी नै रिसीवर दूसरे कान पै लगाया अर बोल्या - हां रब्बू, ईब बोल के कह था ?

    ईब रब्बू नै सोची अक सुण्या कोनी, क्यूं ना हजार रुपय्ये मांग ल्यूं ! सोच कै बोल्या - "लाला जी, हजार रुपय्ये की जरूरत सै" ।

    लाला जी नै सोची अक झिकोई ईब घणे मांगण लाग्या ।

    लाला जी बोल्या - "ऐं, रब्बू भाई, न्यूं कर - पहले आळे कान पै आ ज्या" !
  • अलग-अलग बीमारियों में दारू कैसे पीएँ?

    * खाँसी हो तो मुलैठी के पानी के साथ
    * बुखार हो तो शहद मिलाकर
    * गर्मी हो तो सोडा के साथ
    * ठंड लगे तो छुवारे के साथ
    * ताकत के लिए मुर्गे के साथ
    * कौलेस्टेरौल ज़्यादा हो तो मच्छी के साथ
    * रक्तचाप कम हो तो नमकीन भुजिया के साथ
    * रक्तचाप बढ़े तो बरफ डाल कर
    * पेशाब रुक कर आए तो बीयर के साथ
    * वजन कम करना हो तो सलाद के साथ
    * वजन बढ़ाना हो तो घी के आलू पराठों के साथ
    * गला खराब हो तो नमक डाल कर गरारे करो
    * कब्ज़ हो तो सादे पानी के साथ
    * लूज़ मोशन हो तो अनार के रस के साथ
    * हाथ*पैर काँपते हों तो पनीर के साथ
    * शुगर हो तो चने के साथ
    * पेट खराब हो तो अमरूद के साथ
    * कोई बीमारी ना हो तो शौक से पीओ

    शौक का कोई मोल नहीं होता पिओ और जीओ
  • कहानी से सबक!

    स्कूल में टीचर ने चौथी क्लास के बच्चों को होमवर्क दिया।

    "कोई स्टोरी सोच के आना और फिर क्लास को बताना कि उससे हमें क्या सबक मिलता है?"

    अगले दिन एक बच्चे ने क्लास में स्टोरी सुनाई:
    "मेरा बापू कारगिल की जंग में लड़ा। उस के हेलीकॉप्टर को दुश्मनों ने मार गिराया। वो दारू की एक बोतल के साथ पहले ही हेलिकॉप्टर से कूद गया लेकिन बार्डर के पार दुश्मनों के इलाके में जा गिरा। जहां कि उस को घेरने के लिए दुश्मनों की फौज दौड पड़ी।

    बापू ने गटागट दारू की बोतल पीकर खाली की और अपनी बंदूक संभाल ली। दुश्मन के सौ फौजियों ने आ कर उसे घेर लिया तो उसने तड़ातड़ गोलियां चला कर दुश्मन के सत्तर फौजी मार ड़ाले। फिर उसकी गोलियां खत्म हो गयीं तो उसने बंदूक पर लगी किर्च से दुश्मन के बीस फौजी मार गिराये। तब उसने बंदूक फेंक दी और निहत्थे ही बाकी के दस और दुश्मन फौजी मार गिराये और फिर टहलता हुआ बार्डर पार कर के अपने इलाके में आ गया।"

    टीचर भौंचक्का सा उसका मुँह देखने लगा, फिर वैसा ही भौंचक्का सा बोला, "कहानी बढिया है, लेकिन इस से हमें सबक तो कोई नहीं मिलता।"

    "मिलता है न।" बच्चा शान से बोला।

    "क्या सबक मिलता है?" टीचर ने पूछा।

    "यही कि बापू टुन्न हो तो उस से पंगा नहीं लेने का।"