विवाहित Hindi Jokes

  • पति - पत्नी और कुत्ता!

    एक नया नया शादीशुदा जोड़ा एक बाग में टहल रहा था।

    अचानक एक बड़ा सा कुत्ता उनकी तरफ झपटा, दोनों को ही लगा कि ये उन्हें काट लेगा।

    बचने का कोई रास्ता न देख पति ने तुरंत अपनी पत्नी को गोद में ऊपर तक उठा लिया ताकि कुत्ता काटे तो उसे काटे न कि उसकी पत्नी को।

    कुत्ता बिलकुल नज़दीक आकर रुका, कुछ देर तो भौंका और फिर पीछे की तरफ भाग गया।

    पति ने चैन की सांस ली और इस उम्मीद में पत्नी को गोद से उतारा कि पत्नी उसे गले लगाएगी और प्यारा सा छोटा सा किस करेगी।

    तभी उसकी तमाम उम्मीदों पर पानी फेरती उसकी बीवी चिल्लाई,
    "मैंने आज तक लोगों को कुत्ते को भगाने के लिए पत्थर या डंडा फेंकते तो देखा था पर ऐसा आदमी पहली बार देख रही हूँ जो कुत्ते को भगाने के लिए अपनी बीवी को फ़ेंकने को तैयार था।"

    शिक्षा: बीवियों से कभी तारीफ की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
  • जन्मदिन का तोहफ़ा!

    क्यों बीवी के जन्मदिन का तोहफ़ा हर साल का सबसे बड़ा सवाल होता है?
    आईये जानते हैं:

    तोहफे में घड़ी दी।
    बीवी: समय देखने से क्या मिलेगा... मेरा समय तो तभी से खराब हो गया जब मैंने तुमसे शादी की थी।

    तोहफे में गहने दिए।
    बीवी: फालतू पैसों की बर्बादी करी... पुरानी डिजाइन के है। वैसे भी मैं कौन सा कुछ पहन पाती हूँ, आखिरी बार तो तुम्हारी बहन की शादी में 2 महीने पहले पहने थे।

    तोहफे में मोबाइल दिया।
    बीवी: मेरे पास तो पहले से है, और वैसे भी तुम्हारे वाला ज्यादा अच्छा है।
    मैं: ठीक है, तो मैं बदल कर मेरे जैसा ला देता हूँ।
    बीवी: रहने दो, महंगा होगा। वैसे भी मुझे उसके फंक्शन्स समझ नहीं आते।

    तोहफे में परफ्यूम दिया।
    बीवी: ये नहीं नहाने वालों के चोचले हैं... और ये मुझे देकर साबित क्या करना चाहते हो?

    तोहफे में रेशमी साड़ी दी।
    बीवी: ये कौन पहनता है आजकल? कभी कभार किसी त्योहार या शादी ब्याह में पहनेंगे फिर रखी रहेगी।

    तोहफे में सूट दिया।
    बीवी: फिर पैसों की बर्बादी... इतने सारे सूट पड़े पड़े सड़ रहे हैं। इसको भी रखने का सर दर्द ले आए।

    तोहफे में फूलों का गुलदस्ता दिया।
    बीवी: ये फूल पत्ती में क्यों पैसे बहा आए? इससे अच्छे फूल तो बाहर गमले में लगे है।
    मैं बाहर गमले से फूल ले आया।
    बीवी: ये क्यों तोड़ दिया? दिखने में कितने अच्छे लगते थे और वैसे भी मैंने इसे कल सुबह की पूजा के लिए छोड़ा था।

    तोहफे में कुछ नहीं दिया।
    बीवी: आज क्या दिन है?
    मैं: सोमवार
    बीवी: ऊहुँ... तारीख?
    मैं: 17 अगस्त।
    बीवी: तो?
    मैं: तो, हैप्पी बर्थडे।
    बीवी: बस, मेरा तोहफ़ा कहाँ है?
  • बीवी से झगडे करने के फायदे...

    1. नींद में कोई व्यवधान नहीं आता : सुन रहे हो क्या, लाइट बंद करो, पंखा बंद करो, चादर इधर दो, इधर मुह करो, टाइप कुछ भी बाते नहीं होती।

    2. पैसे की बचत : जब बीवी से झगड़ा हुआ रहता है इस दौरान बीवी पैसे नहीं मांगती।

    3. तनाव से मुक्ति : झगड़े के दैरान बातचीत बंद होती है जिससे किचकिच कम होती है और पति तनाव से मुक्त रहता है।

    4. आत्मनिर्भरता आती है : जो अपना काम आप कर सकते हैं वो इसलिए नहीं करते कि बीवी कर देती है, झगड़े के बाद वो छोटे मोटे काम (खुद ले कर पानी पीना, नहाने के बाद अपने कपडे खुद निकालना, अपने लिए खुद चाय बनाना) खुद कर के आदमी आत्मनिर्भर हो जाता है।

    5. काम में व्यवधान नहीं होता : झगडे के दौरान काम के समय आपको बीवी के फ़ालतू कॉल (जानू क्या कर रहे हो, मन नहीं लग रहा है, आज बहुत गर्मी है, इस प्रकार के) नहीं आते, जिससे आप अपने काम में ध्यान केंद्रित कर सकते है।

    6. घर जल्दी जाने की चिंता से मुक्ति : ( अधिकांश पतियो को काम के बाद जल्दी घर आने के लिए घर से बारम्बार फ़ोन आते है मगर एक बार झगड़ा हो जाने के बाद आप कुछ दिन तक इस चिंता से दूर रह सकते है।

    7. आप का मूल्य बढ़ता है : ये इंसान का मनोविज्ञान है कि जो चीज नहीं होती उसके मूल्य का अहसास तभी होता है, झगडे के दौरान बीवी को आपकी मूल्य का अहसास होता है।

    8. प्यार बढ़ता है : आपस में झगडे से प्यार बढ़ता है, क्योकि अक्सर देखा गया है एक बार बारिश हो जाए तो मौसम सुहाना हो जाता है।

    और भी फायदे हैं मगर समयाभाव के कारण लिखना मुश्किल है।

    तो प्रण लें कि आज के बाद सभी पति महीने में एक न एक बार अपनी बीवी से झगड़ा जरूर करेंगे (बीवी तो हमेशा तैयार रहती है) ताकि महीने में कुछ दिन पति लोग भी कुछ शांति से गुजार सकें।

    पति हित में जारी!
  • अजीब नाराज़गी!

    एक बार एक आदमी की बीवी मायके गयी हुई थी। आदमी उसे लेने अपने ससुराल गया। जब बीवी को लेकर वो ससुराल से वापस आने लगा तो उसकी सास ने उसके हाथ में 20 रुपये दे दिए।

    दोनों वापस घर आ गए। घर आने पर आदमी कई दिनों तक अपनी बीवी से झगड़ता रहा। उससे सही तरीके से बात भी नहीं कर रहा था। एक दिन उसकी बीवी ने उससे तंग आ कर उस को पूछ लिया, "क्यों जी, जब से आप मुझे लेकर आये हो, आप मुझसे झगड़ते ही रहते हो। ठीक से बात भी नहीं करते, ऐसी क्या बात हो गयी?"

    आदमी: तुम्हारी माँ को कोई भी शर्म नहीं है न?

    बीवी: क्या हो गया? ऐसा क्यों बोल रहे हो?

    आदमी: जब मैं तुम्हें लेने गया था तो पूरे 100 रूपये के केले लेकर गया था और तुम्हारी माँ ने आते वक़्त मेरे हाथ में 20 रुपये थमा दिए थे।

    बीवी तपाक से बोली: जी आप वहाँ मुझे लेने गए थे या केले बेचने?