बिक्री के बोझ से बीमार एक सेल्समेन से उसकी पत्नी ने कहा, " इस बार जानवरों के डॉक्टर को दिखाओ तो ही ठीक होगे।" सेल्समेन: क्यों? पत्नी: रोज़ सुबह मुर्गे की तरह जल्दी उठ जाते हो, घोड़े की तरह भाग के ऑफिस जाते हो। लोमड़ी की तरह इधर उधर से आर्डर बटोरते हो। गधे की तरह दिन भर टारगेट पूरे करते हो। घर आकर परिवार पर कुत्ते की तरह भौंकते हो, शेर की तरह मुझे खाने को पड़ते हो, और फिर भैंस की तरह सो जाते हो, बेचारा इंसानों का डॉक्टर तुम्हे क्या ख़ाक ठीक कर पायेगा। |
मेरी प्यारी बेगम। सवाल कुछ भी हो। जवाब तुम ही हो। रास्ता कोई भी हो। मंजिल तुम ही हो। दुःख कितना ही हो। ख़ुशी तुम ही हो। अरमान कितना ही हो। आरजू तुम ही हो। गुस्सा जितना भी हो। प्यार तुम ही हो। ख्वाब कोई भी हो। ताबीर तुम ही हो। "यानी ऐसा समझो कि सारे फसाद की जड़ तुम हो और सिर्फ तुम ही हो।" |
एक औरत अपने पति की कब्र पर पंखा झल रही थी। एक राहगीर उसकी यह पति भक्ति देखकर ठिठक कर रुक गया। उसने पास जाकर कहा, "बहन जी, अब तो यह मर गया है, अब इस पर पंखा झलने से क्या फायदा?" औरत ने ठंडी सांस लेकर कहा, "मैं इस कब्र को जल्द सुखाने की कोशिश कर रही हूं क्योंकि हमारे यहां का कायदा है कि जब तक पति की कब्र सूख न जाए, औरत दूसरी शादी नहीं कर सकती। |
सगाई से पहले लड़का: शुक्र है भगवान् का इस दिन का तो मैं कब से इंतज़ार कर रहा था। लड़की: तो मैं जाऊं? लड़का: नहीं बिल्कुल नहीं। लड़की: क्या तुम मुझ से प्यार करते हो? लड़का: हाँ करता था, करता हूँ और करता रहूँगा। लड़की: कभी मेरे साथ धोखा करोगे? लड़का: नहीं इस से अच्छा तो मैं मर जाऊं। लड़की: क्या मुझे प्यार करोगे। लड़का: हाँ-हाँ क्यों नहीं। लड़की: तुम मुझे मरोगे? लड़का: नहीं मैं ऐसा आदमी नहीं। लड़की: क्या मैं तुम पर विश्वास कर सकती हूँ? लड़का: हां। लड़की: ओह प्रिये। और शादी के बाद की कहानी जान ने के लिए इसे नीचे से ऊपर पढो। |