एक बार पठान अपनी बेगम के साथ मेला देखने गया। मेले में हवाई जहाज की सैर भी करवाते थे।
पठान ने सोचा कि चलो हम भी हवाई जहाज की सैर कर लेते हैं लेकिन 200 रुपये की टिकट सुनकर पठान का मुंह लटक गया। यह देखकर चालक बोला, "आप हवाई जहाज में आधा घंटा सैर कर सकते हैं। इस दौरान अगर आप के मुंह से आवाज़ निकली तो मैं आप से टिकट के पैसे लूंगा, नहीं तो यह सैर आप के लिए मुफ्त।" पठान सुन कर खुश हो गया और मान गया। दोनों जहाज में बैठ गए और चालक ने अपने करतब दिखाने शुरू कर दिए। चक्कर बनाया, उल्टा घुमाया और कभी डाइव लगायी। आखिर में उसने जहाज नीचे उतारा। नीचे उतरने के बाद चालक बोला, "मान गए पठान साहब आपको, इस तरह के करतबों के साथ तो किसी की भी चीखें निकल जाती लेकिन आपने तो एक आवाज़ नहीं निकाली।" पठान ने अपने माथे से पसीना पोंछा और बोला, "अब आपको कैसे बताऊँ कि किस तरह मैंने अपने आप को रोका यहाँ तक कि बेगम के बाहर गिरने पर भी मैं नहीं बोला क्योंकि 200 रुपये का सवाल था।" |
पठान ने कस्टमर केयर मे फोन किया।
लड़की ने फोन उठाया: सर आपका स्वागत है मैँ आपकी क्या सेवा कर सकती हूँ? पठान (थोड़ा आराम से): मुझसे शादी करोगी? लड़की: सर आपका गलत नंबर लग गया है। पठान: ना सही लगा है प्लीज बताओ ना। लड़की: मुझे आप में कोई दिलचस्पी नहीं है। पठान: अरे सुनो तो अरेँज मैरिज पर स्विट्जरलैँड का और लव मैरिज पर सिँगापुर का हनीमून प्लान है। लड़की: मुझे आपसे शादी करने की कोई दिलचस्पी ही नही है, अपने प्लान अपने पास रखो। पठान: अजी सुनो तो, हिँदू फंक्शन वैडिँग पर डायमंड नैक्लेस दूँगा, मुस्लिम पर झुमके और क्रिस्चियन वैडिँग की तो सोने के कंगन। लड़की: चुप करो मुझे कोई दिलचस्पी ही नहीँ है आप में| पठान: अब समझ आया मेरा दर्द, रोज मुझे फोन और मैसेज कर कर के क्या क्या ऑफर देते हो जिनमे मेरी कोई दिलचस्पी नहीं होती! |
एक बार पठान जहाज़ में एक सीट पर बैठ गया और वहाँ से उठने का नाम ही नहीं ले रहा था।
लोगों ने बहुत मिन्नत की लेकिन वो न माना और बोला, "पठान का ज़ुबान एक है, हम अपना फैंसला नहीं बदलेगा।" तभी एक आदमी आया और पठान के कान में कुछ बोला तो पठान एकदम उठकर अगली सीट पर बैठ गया। सब लोग हैरान हो गए और उस आदमी से पूछा कि उसने ऐसा क्या कहा जो पठान मान गया। आदमी ने कहा कि मैंने पठान से पूछा कि आप कहाँ जाओगे? पठान ने मुझे कहा, "दुबई।" तो मैंने पठान से कहा, "दुबई की सीट अगली है, यह तो अमेरिका की सीट है।" |
एक बार एक आदमी सड़क किनारे बैठ कर बीड़ी पी रहा था, तभी वहां संता आता है और उस आदमी से कहता है, "भाई, नशा करना छोड़ दो और मेरे साथ चलो मै तुम्हे दिखाता हूँ ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है!"
उस आदमी ने बीड़ी फेंक दी और संता के पीछे चल दिया! थोड़ी और आगे जाने के बाद संता को और उस आदमी को एक पठान मिलता है जो की पेड़ के नीचे बैठ कर चरस पी रहा होता है, उसको देख संता उससे भी कहता है,"भाई, नशा करना बुरी बात है, मेरे साथ चलो मैं तुम्हें दिखाता हूं कि ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है!" पठान भी चरस फेंकता है और संता के पीछे-पीछे चल पड़ता है! थोड़ी और आगे जाने के बाद संता को बंता दिखाई देता है, जो की शराब पी रहा होता है, बंता को देख संता उससे भी कहता है, " देखो भाई नशा करना बुरी बात है, मेरे साथ चलो मैं तुम्हें दिखाता हूं कि ज़िन्दगी कितनी खूबसूरत है!" संता की बात सुन बंता अपना पैग मेज पर रख देता है और संता को पीटने लगता है! यह सारा तमाशा देख पठान को गुस्सा आ जाता तो वह बंता से कहता, "तुम क्यों इस नेक इंसान को पीट रहे यह तो तुम्हारे भले के लिए ही कह रहा है!" पठान की बात सुन बंता जवाब देता है, " भला-वला गया भाड़ में, इस साले ने कल भांग पीकर मुझे भी ऐसे ही 3 घंटे तक सारे शहर में पैदल घुमाया था!" |