एक बै एक जाट भाई अपनी एक नई रिश्तेदारी में चल्या गया, साथ में उसका नाई भी था। नई रिश्तेदारी थी, खातिरदारी में फटाफट गरमा-गरम हलवा हाजिर किया गया। दोनूं सफर में थक रहे थे, भूख भी करड़ी लाग रही थी। हलवा आते ही दोनूंआं नै चम्मच भरी और मुंह में गरमा-गरम हलवा धर लिया। ईब इतना गरम हलवा ना निगल्या जा और ना बाहर थूक्या जा। बुरा हाल हो-ग्या, आंख्यां में आंसू आ-गे। नाई ने हिम्मत करी और बोल्या, "चौधरी, के होया?" जाट बोल्या, "भाई, जब घर तैं चाल्या था, तै थारी चौधरण बीमार सी थी, बस उस की याद आ गी।" नाई की आंख्यां में भी पाणी देख कै जाट बोल्या, "र, तेरै के होया?" नाई बोल्या, "चौधरी, मन्नै तै लाग्गै सै चौधरण मर ली।" |
एक बै एक छोरा खेत म्ह रेडियो सुणे था। रेडियो पै एक लुगाई बताण लाग री थी, बंबई मै बाढ़ आ गी, गुजरात मै हालण आग्या, दिल्ली म्ह... । छोरे नै देख्या पाच्छै नाका टूट्या पड़्या सै, अर पाणी दूसरे के खेत म्ह जाण लाग रहया सै। छोरे छोंह म्ह आकै रेड़ियो कै दो लट्ठ मारकै बोल्या, "दूर-दूर की बताण लाग री सै, लवै नाका टूट्या पड़या सै, यो बतांदे होए तेरा मुँह दुक्खै सै।" |
शगाई आले लड़का देखण आ रे थे। लड़की के बाप ने लड़के के दादा ते पुछेया: चौधरी शाब, छोरा कौथी (किस) जमात में पढ़ै सै? ताऊ: भाई, न्यूं तै बेरा ना अक कौथी में पढ़ै सै, पर छोरा पूरी सौ जमात पढ़ रहया सै। "सौ जमात? न्यूं किक्कर चौधरी?" "भाई आठ जमात तै म्हारे गाम के श्कूल (Middle School) में पाश करी। फेर बड्डे श्कूल (High School) में दस जमात (Matric) पाश करी। अठारह जमातां तो यो हो गी।" "ओर बाकी?" "भाई रे, बाकी ब्याशी (B.Sc) जमातां उसनै हिशार के जाट कालेज ते पाश करी। न्यू हो गया पूरा सैंकड़ा।" |
हड्डियों के विशेषज्ञ दो डॉक्टर सुबह-सुबह घूमने निकले। आगे एक आदमी लंगड़ाता हुआ जा रहा था। एक डॉक्टर बोला, "लगता है इसकी टखने की हड्डी टूटी हुई है।" दूसरा डॉक्टर बोला, "नहीं यार, घुटने की हड्डी टूटी है।" दोनों में बहस होने लगी। आखिर तय हुआ कि उसी व्यक्ति से पूछा जाए। उसके पास जाकर एक डॉक्टर ने पूछा, "भाईसाहब, आपकी घुटने की हड्डी टूटी है या टखने की?" आदमी ने गौर से डॉक्टर को देखा और बोला, "मेरी न तो घुटने की हड्डी टूटी है और न ही टखने की, मेरी तो बस चप्पल टूट गयी है।" |