एक बार अदालत में किसी मुक़दमे को लेकर दो वकीलों के बीच जिरह हो रही होती जो कि बाद में लड़ाई में तब्दील हो जाती है और बात गाली गलौच तक पहुँच जाती है, माहौल को गर्म होता देख जज कड़क आवाज़ में एक वकील से कहता है, " सुनो अब तुम अपनी हदें पार कर रहे हो जिसके चलते तुम्हे अदालत से निकाला जा सकता है!" यह सुन गुस्से से भरा वकील पलट कर जज से सवाल करता है, " कौन साला ऐसा कहता है?" वकील कि बात सुन जज भड़क जाता है और धमकी भरे लहज़े में वकील से कहता है,"तुम ने मुझे साला बोला?" जज कि बात सुन वकील कहता है, "नही मी लॉर्ड, मैं तो बस यह पूछ रहा था कि कौनसा लॉ ऐसा कहता है?" |
एक बार एक राजनीतिज्ञ गंभीर शल्य चिकित्सा के बाद बेहोशी से जागता है, तो वह अपने आप को एक ऐसे कमरे में पाता है जहां की सभी मरीज़ अंधे होते हैं! यह देख वह चिकित्सक से पूछता है कि, "इस कमरे में सभी अंधे क्यों है!" इस पर चिकित्सक ने जवाब दिया, "जी, ये सभी सड़क पार लगी हुई विशाल आग का सामना कर रहे थे, और हम नहीं चाहते थे की, जब आप बेहोशी से जागें तो आपको लगे की ऑपरेशन विफल हो गया है!" |
जज: एक पकड़े हुए चोर से पूछताछ करते हुए: अच्छा तो तुम चार बार एक ही दूकान का ताला तोड़ते हुए पकड़े गए! चोर: जी हाँ साहब! जज: तुमने क्या चुराया था? चोर: साहब मैंने एक ड्रेस चुराई थी! जज: जब तुम एक बार ड्रेस चुरा चुके थे तो फिर चार बार वहां आने की क्या जरुरत थी? चोर: साहब जो पहले तीन ड्रेस चुराई उनका रंग मेरी बीवी को पसंद नही आया! |
एक महिला ने एक आदमी पर मान हानि का दावा ठोक दिया आरोप यह था कि वह आदमी उसे सूअर कहकर बुलाता था, आदमी दोषी पाया गया और उसे जुर्माना चुकाना पड़ा! मुकदमे के बाद उस आदमी ने जज से पूछा जज साहब इसका मतलब हुआ कि मैं श्रीमती प्रीतो को सूअर नहीं बुला सकता? जज ने कहा: जी, हाँ बिल्कुल! फिर उस आदमी ने कहा तो इसका मतलब यह भी हुआ कि मैं किसी सूअर को श्रीमती प्रीतो नहीं बुला सकता? जज ने कहा तुम बिना किसी डर के सूअर को श्रीमती प्रीतो बुला सकते हो इस पर कोई मुकदमा भी नहीं कर सकता! फिर वह आदमी श्रीमती प्रीतो कि तरफ मुड़ा और उसकी आँखों में आँखें डालकर कहने लगा श्रीमती प्रीतो जी नमस्ते! |