कृपया इसे ध्यान से पढ़ें: कामवाली को तनख्वाह दे दी है ज्यादा दानवीर मत बनना। आपको कितनी बार बताया है कि पडोसन का अख़बार वाला, दूध वाला और लॉन्ड्री वाला हमसे अलग है। हर रोज़ सुबह पूछने मत पहुँच जाना कि अख़बार आया कि नही। अलमारी में बायीं तरफ पर आपकी बनियान-चड्डी रखी है, दायीं तरफ पर मुन्ने की हैं, पिछली बार की तरह उसकी मत पहन लेना नहीं तो फिर सारा दिन ऑफिस में ऊपर नीचे खींचते रहोगे। चश्मा सही जगह पर रखना, पिछली बार मैं 5 दिन बाद आई थी तो फ्रिज के अंदर से मिले थे। अपना मोबाइल भी संभाल कर रखना। पिछली बार बाथरूम में साबुन की जगह मिला था। मुझे तो आज तक यह पता नही चल सका कि बाथरूम में मोबाइल का क्या काम होता है। और हाँ, अपने सगे-संबंधियों और यार-दोस्तों को ज्यादा जमा मत करना, पिछ्ली बार सोफे के कवर से कितने सारे मूंगफली के छिलके निकले थे। और ज्यादा उछलने की ज़रुरत नही है, मैं कभी भी अचानक आ सकती हूँ, खयाल रखना। |
जब भगवान सारी सब्जियों को उनके गुण और सुगंध बांट रहे थे तब प्याज चुपचाप उदास होकर पीछे खड़ी हो गई। सब चले गए प्याज नहीं गई। वहीँ खड़ी रही। तब विष्णुजी ने पूछा, "क्या हुआ तुम क्यों नही जाती?" तब प्याज रोते हुए बोली, "आपने सबको सुगंध और सुंदरता जैसे गुण दिए पर मुझे बदबू दी। जो मुझे खाएगा उसका मुँह बदबू देगा। मेरे साथ ही यह व्यवहार क्यों?" तब भगवान को प्याज पर दया आ गई। उन्होने कहा, "मैं तुम्हे अपने शुभ चिन्ह देता हूँ। यदि तुम्हें खड़ा काटा जायेगा तो तुम्हारा रूप शंखाकार होगा और यदि आड़ा काटा गया तो चक्र का रूप होगा। यही नहीं सारी सब्जियों को तुम्हारा साथ लेना होगा, तभी वे स्वादिष्ट लगेंगी और अंत में तुम्हे काटने पर लोगों के वैसे ही आंसू निकलेंगे जैसे आज तुम्हारे निकले हैं। जब जब धरती पर मंहगाई बढ़ेगी तुम सबको रुलाओगी। दोस्तों इसीलिए प्याज आज इतना रुला रही है उसे वरदान जो प्राप्त है। परम ज्ञानी गुरु बाबा बकवास नंद के प्रवचनों से साभार! |
अध्यापिका पप्पू से: तुम इतने परेशान क्यों हो? पप्पू ने कोई जवाब नहीं दिया। अध्यापिका: क्या हुआ, क्या तुम अपना पेन भूल आये हो? पप्पू फिर चुप। अध्यापिका ने फिर से सवाल किया: रोल नंबर भूल गए हो? पप्पू इस बार भी चुप। अध्यापिका फिर से: हुआ क्या है, कुछ तो बताओ क्या भूल गए? पप्पू गुस्से से: ओये! चुप कर मेरी माँ, यहाँ मैं पर्ची गलत ले आया हूँ और तुझे पेन-पेंसिल और रोल नंबर की पड़ी हुई है। |
एक बार संता और बंता एक कोयले की खदान में नौकरी के लिए इंटरव्यू देने जाते हैं तो मैनेजर पहले बंता को बुलाता है और उसका इंटरव्यू लेता है। मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले भी कभी खदान में काम किया है? बंता: जी हाँ। मैनेजर: अच्छा तो मुझे यह बताओ की उसकी गहराई कितनी थी? बंता: जी 20 फुट। बंता की बात सुन मैनेजर को गुस्सा आ जाता है तो वह उस से कहता है, "क्या बकवास कर रहे हो 20 फुट गहरी भी कोई खदान होती है, तुम झूठ बोल रहे हो इसीलिए मेरे कमरे से बहार निकल जाओ।" मैनेजर की बात सुन बंता बहार आ जाता है और संता को अन्दर हुई सारी बात बताता है और कहता है, "अगर मैनेजर अन्दर तुमसे खदान की गहराई के बारे में पूछे तो ज्यादा से ज्यादा बताना।" उसके बाद संता की बारी आती है तो मैनेजर फिर उस से वही सवाल पूछता है। मैनेजर: क्या तुमने इस से पहले कभी खदान में काम किया है? संता: जी हाँ। मैनेजर: अच्छा तो उस खदान की गहराई कितनी थी? संता: जी 20,000 हज़ार फुट। मैनेजर: बहुत बढ़िया तो एक बात और बताओ कि इतनी गहराई में काम करते वक्त तुम किस तरह की लाईटों का प्रयोग करते थे? संता: जी मुझे कभी लाईटों की ज़रूरत नहीं पड़ी क्योंकि मेरी दिन की शिफ्ट होती थी। |