लड़की: तुम कभी मुस्कुराते नहीं हो ना? लड़का: तुम ऐसा कैसे कह सकती हो? लड़की: मैंने मुस्कुराते हुए तुम्हारी कोई तस्वीर नहीं देखी। लड़का: वो छोड़ो, पहले यह बताओ कि क्या तुम रोज नहाती हो? लड़की: हां, लेकिन तुम ऐसा क्यों पूछ रहे हो? लड़का: बस यूं ही, क्योंकि मैंने भी तुम्हारी ऐसी कोई तस्वीर नहीं देखी। |
एक बार दो यात्री ट्रैन में सफ़र कर रहे थे। टाइम पास करने के लिए कुछ करना चाहिए ये सोच कर एक यात्री ने दूसरे से कहा। पहला यात्री: "जनाब कोई शायरी सुनाइए।" दूसरा यात्री: "लो जी एक शेर सुनो, "मियां मकबूल, आपकी गांड में गोभी का फूल।" इस से पहले वो अगली लाइन बोलता पहला यात्री फटाफट बोला, "वाह क्या शेर था, अब मेरा सुनो - मियां मकबूल, आपकी गांड में जामुन का पेड़।" दूसरा यात्री: "जनाब ये कुछ जमा नहीं।" पहला यात्री: "भोसड़ी के, अगर जामुन का पेड़ जम जाता तो तेरी गांड ना फट जाती।" |
गर्मी के मौसम में एक आदमी एक जंगल के रास्ते से पैदल जा रहा होता है। रास्ते में उसे नदी मिली तो वह जंगल को सूनसान सा देखकर सोचा, नहा लिया जाए और गर्मी भी उतर जायेगी। वह कपड़े उतारकर नदी में नहाने के लिए चले जाता है। नहाने के बाद जब वह वापस आता है तो देखता है कि सारे जानवर उसे देखकर हंस रहे होते हैं। पहले तो आदमी को कुछ समझ नहीं आता की सभी जानवर उसे देख कर हंस क्यों रहे हैं, अभी वह अपने इन् ख्यालों में खोया हुआ ही होता है की तभी अचानक एक बंदर बोलता है, " अरे इसको तो देखो, इसकी पूंछ तो आगे की ओर है।" |
एक बार एक बंदर अपनी जिंदगी से दुखी होकर मरने के लिए गया। रास्ते में उसे एक शेर सोता हुआ नजर आया। यह देख बंदर जाकर शेर की गांड में ऊँगली करने लगा। तभी शेर जाग गया और बोला, "किस मादर चोद की मौत आई है जो मेरी गांड में ऊँगली कर रहा है?" बंदर बोला, "मैं हूँ मालिक मुझे मार दो।" शेर ने बंदर से पूछा, "जब तू मेरी गांड में ऊँगली कर रहा था तब किसी ने देखा क्या?" बंदर बोला, "नहीं मालिक।" शेर बोला, "तो फिर तू ऊँगली करता रह, मुझे भी मज़ा आ रहा है।" कहानी का मूल: अकेले रहते - रहते शेर भी गांड-मरा हो जाता है। |