एक बार पप्पू अपनी माँ के साथ बाज़ार जा रहा था। रास्ते में उसे एक गधा दिखा जिसका लंड बाहर निकला हुआ था। पप्पू को समझ न आया क़ि वो क्या है, तो उसने अपनी माँ से पूछा, `माँ, ये क्या है!` माँ: बेटा कुछ नहीं है। अगले दिन ही पप्पू अपने पापा के साथ मार्केट जा रहा था तो उसे वही गधा फिर से दिखा। उसने अपने पापा से पूछा `पापा वो क्या है!` पिता: बेटा ये गधे का हथियार है। बेटा: पर पापा, कल तो मम्मी कह रही थी क़ि कुछ नहीं है। पिता: हाँ बेटा, वो सही कह रही थी, उसके लिए तो ये कुछ भी नहीं है। |
पप्पू: डार्लिंग हमको ऐसे ही घुमते हुए काफी दिन हो गए अब हमें कुछ आगे भी बढ़ना चाहिए। गर्लफ्रेंड: क्या मतलब? पप्पू: अगर तुम्हें कोई ऐतराज़ ना हो तो मैं तुम्हारे साथ सेक्स करना चाहता हूँ। गर्लफ्रेंड: ये काम तो मैंने आज तक किसी के साथ भी नहीं किया। पप्पू: अच्छा, तो तुम अभी तक कुंवारी हो? गर्लफ्रेंड: नहीं मेरा मतलब था कि मैंने आज तक किसी को ऐतराज़ नहीं जताया। |
अध्यापक: तेरी शिकायत आई है कि तू गाली बहुत देता है। पप्पू: घंटा! बहनचोद! मैंने किस चूतिये को गाली दी? पता नहीं किस मादरचोद ने आपकी गांड में ऊँगली की है सर! वो बहन का लौड़ा अगर सामने आ जाये तो उसकी माँ चोद दूंगा। सर आपका विद्यार्थी गांड मरवा लेगा पर किसी बहन के लौड़े को कभी गाली नहीं देगा। आपको जरूर किसी हरामी ने चूतिया बनाया है और आप उस भड़वे की बातों में आ गए। |
पप्पू अपनी गर्लफ्रेंड के साथ पार्क में बैठा था। आसमान की तरफ देखकर अपनी गर्लफ्रेंड से बोला। पप्पू: जानू आज मौसम कितना बढ़िया है ना, तुम्हें कुछ महसूस नहीं हो रहा? गर्लफ्रेंड: हां! हो रहा है। पप्पू: क्या? गर्लफ्रेंड: यही कि मैं आज फिर से चुदने वाली हूँ। |