संता-बंता Adult and Non Veg Hindi Jokes

  • संभावना और वास्तविक्ता!

    पप्पू ने संता से पूछा, "पापा, संभावना और वास्तविक्ता में क्या फर्क है?"

    संता ने थोड़ी देर सोचकर कहा, "जा अपनी माँ से जाकर पूछ कि वो 1 करोड़ रुपयों के लिए सलमान खान के साथ सोएगी?"

    पप्पू ने माँ से पूछा, माँ ने कहा, "ज़रुर, वो 1 करोड़ हमारे बहुत काम आ सकते हैं।"

    फिर संता ने कहा, जा अपनी बहन से जाकर पूछ कि वो 1 करोड़ रुपयों के लिए ऋतिक रोशन के साथ सोएगी?

    बहन ने कहा, "ओह माई गॉड, ऋतिक रोशन मेरा फेवरेट है, ज़रूर।"

    फिर संता ने पप्पू से पूछा, "क्या तू 1 करोड़ रुपयों के लिए जॉन अब्राहम के साथ सोयेगा?"

    पप्पू: हाँ, क्योंकि 1 करोड़ बहुत ज्यादा होते हैं।

    यह सुनकर संता बोला, "देखा बेटा, अगर संभावना देखें तो हमारे घर में 3 करोड़ रूपये हैं, लेकिन अगर वास्तविकता देखें तो अपने घर में 2 गश्तियां और 1 गांडू है।"
  • संता की परेशानी!

    संता रेल्वे का रिज़र्वेशन फार्म भर रहा था, फार्म बार-बार रिजेक्ट हो जाता था। परेशान होकर पीछे खड़े व्यक्ति ने कहा, "संता जी फार्म दिखाईये।"

    संता ने फार्म कुछ यूँ भरा था:

    नाम - संता
    उम्र - 38 वर्ष
    लिंग - है।
    पत्नी का नाम - जीतो
    उम्र - 36 वर्ष
    लिंग - नहीं है।
    पुत्र का नाम - पप्पू
    उम्र - 8 वर्ष
    लिंग - छोटा सा है।
  • शेख चिल्ली की सोच!

    एक बार संता को कहीं जाना था। दरवाजा खोला तो देखा हल्की बारिश हो रही है। जाना पैदल है और बारिश बढ़ भी सकती है।

    सोचने लगा कि क्या करूँ फिर ख्याल आया कि,"पास के मिश्रा जी के घर से छाता ले लूँगा।"

    छाता लेने के लिए उनके घर की ओर चल पड़ा तो रास्ते में सोचने लगा कि,"हो सकता है मिश्रा जी घर पर न हों कोई बात नहीं भाभी जी तो इस समय घर पे ही होंगी। वैसे अच्छी औरत है पर क्या भरोसा मना कर दे।"

    अरे नहीं सात बज रहे हैं मिश्रा जी अभी घर पे ही होंगे। आदमी सही है पर मूड का कुछ कह नहीं सकते खुश है तो खुश नहीं तो फिर बस।

    अरे पर मैंने क्या करना है उसके मूड का एक छाता ही तो मांग रहा हूँ कोई जायदाद थोड़ी न मांग ली।

    वैसे भी मना नहीं करेंगे।

    कितनी बार मेरा स्कूटर मांग के ले गए हैं मैंने तो कभी मना नहीं किया, पर इंसान का क्या पता मना ना करे कोई बहाना ही बना दे।

    एक छाते के लिए बहानेबाजी,छि!! इंसान अपना वक़्त कितनी जल्दी भूल जाता है।

    ये तो अच्छी बात नहीं है। मैं भी चुप रहने वाला नहीं हूँ। होगा मिश्रा अपने घर का साला एहसान फरामोश।

    गुस्से में संता ने मुठियाँ भींच ली।

    छाता न हुआ कोई बड़ी चीज़ हो गयी। मुझे क्या चुतिया समझा है बहनचोद, नहीं देना है तो न दे। पर ये न सोच लेना की कोई हम गिरे हुए है। एक छाता नहीं खरीद सकते।

    सोचते-सोचते मिश्रा जी का घर आ गया।

    संता ने दरवाज़ा खटखटाया।

    मिश्रा जी लुंगी पहने हुए बाहर निकले, "अरे आईये आईये संता जी!"

    संता गुस्से से एकदम लाल सामने आया घुमा के मिश्रा जी के नाक पे एक घूंसा जमाया और बोला, "गांड में डाल ले अपना छाता। बहनचोद!"
  • थोड़ा समय तो लगेगा!

    संता ने ठेकेदारी का नया काम शुरू कर लिया और हर काम जल्दी-जल्दी निपटाने लगा। एक दिन जब संता घर आया तो पप्पू उसके पास आया और बोला, "पिताजी मुझे एक भाई चाहिये।"

    संता: कोई बात नहीं, बस 9 महीने इंतज़ार कर लो, तुम्हें एक भाई भी मिल जायेगा।

    पप्पू: नहीं मुझे तो अभी चाहिए।

    संता: बेटा, ऐसा कैसे हो सकता है? हर काम में थोड़ा समय तो लगता ही है न और इस काम में तो 9 महीने पक्का ही लगेंगे।

    पप्पू: आप के लिए यह मुश्किल थोड़ा है। आप तो अब ठेकेदार हो, बस 8-10 आदमी लगा दो इस काम पर फिर तो यह काम जल्दी हो जायेगा।
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