संता-बंता Adult and Non Veg Hindi Jokes

  • शराब पैर के लिए बुरा है!

    एक बार संता एक बार में जाता है और वहां बैठी एक औरत के साथ बैठ जाता है!

    कुछ देर बाद संता उस औरत से पूछता है की, क्या मैं तुम्हे अपनी तरफ से एक जाम पिला सकता हूँ!

    औरत : 'नहीं, धन्यवाद, शराब मेरे पैरों के लिए ठीक नहीं है!'

    संता: सुन कर अफ़सोस हुआ क्या तुम्हारी टाँगे सुजन की वजह से फूल जाती हैं!

    औरत: नहीं, दो पेग लगाने के बाद वो खुल जाती हैं!
  • नाम बदलना है!

    एक आदमी का नाम था संता नंगा! हर कोई उसे संता नंगा के नाम से बुलाता और सब उस पर हँसते थे!

    एक दिन वो अपने दोस्त की पार्टी में गया और उसके दोस्त ने उसे सभी से मिलाते हुए कहा की ये मेरा बचपन का दोस्त है 'संता नंगा' और सारी पार्टी के लोग उस पर हंसने लगे!

    संता को ये बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगा और संता ने वैधानिक तौर पर अपना नाम बदलने की सोची इसलिए वह कोर्ट गया और जज के सामने अपील की!

    संता: जज साहब , मेरा नाम सुनके सारे लोग हँसते हैं आप सुनोगे तो आप भी हंस देंगे इसलिए मैंने अपना नाम बदलना है!

    जज: अरे, नहीं नहीं ऐसा नहीं है तुम अपना नाम बताओ डरो मत!

    संता: मेरा नाम 'संता नंगा' है, ये नाम सुनकर जज साहब भी हंस पड़े!

    जज: कोई बात नहीं, अच्छा तुम बताओ तुम्हें बदल कर अपना नया नाम क्या रखना है? जो तुम्हें पसंद है!

    संता: साहब 'बंता नंगा' रखना है!
  • कमरा नम्बर 444!

    संता और बंता कई सालों से अलग अलग शहरों में रह रहे थे एक बार संता अपने किसी काम से बंता के शहर घूमने आया, उसने बंता को फ़ोन किया कि वो किसी होटल में 444 रूम नंबर में ठहरा हुआ है, और उससे मिलना चाहता है बंता उससे मिलने के लिए काफी उत्सुक हो गया और जल्दी जल्दी घर से निकल पड़ा और जल्दबाजी में फ़ोन लाना भी भूल गया!

    जब वो होटल में पहुंचा तो उसे यही याद नहीं रहा कि बंता किस कमरे में ठहरा है और होटल भी चार पांच मंजिला था!

    उसने किसी को पूछना मुनासिब नहीं समझा उसे केवल इतना याद था कि बाद का नम्बर 44 है, इसलिए उसने सबसे पहले पहली मंजिल में 144 नम्बर कमरा खोला, वहां देखा तो एक आदमी और औरत सेक्स कर रहे हैं, उसने एक दम दरवाजा बंद किया और दूसरी मंजिल में पहुँच गया, वहां उसने 244 नम्बर दरवाजा खोला, वहां उसने देखा कि दो आदमी आपस में सेक्स कर रहे थे, संता ने तुरंत दरवाजा बंद किया और तीसरी मंजिल पर पहुँच गया, वहां उसने 344 नम्बर दरवाजा खोला तो देखा अन्दर दो लड़कियां आपस में सेक्स कर रही थी, बंता वहां से भागता हुआ चौथी मंजिल पर पहुंचा जब उसने 444 नम्बर दरवाजा खोला, तो संता को सामने देखकर बड़ा संतुष्ट हुआ फिर दोनों गले मिले और बंता ने हांफते हुए बताया कि तुझे पता है आज क्या हुआ?

    जैसे ही तुम्हारा फ़ोन आया मैं भागता हुआ यहाँ पहुंचा और जल्दबाजी में अपना फ़ोन भी भूल गया जब होटल में पहुंचा तो ये भी भूल गया कि तुम किस कमरे में ठहरे हो, मुझे सिर्फ बाद का नम्बर 44 याद रहा मैंने किसी को पूछना अच्छा नहीं समझा और सभी मंजिलों में जो बाद में 44 नम्बर वाले कमरे है उनमें देखने लगा... और यार पता है जब मैंने पहली मंजिल में 144 नम्बर खोला तो वहां एक आदमी और औरत आपस में लगे हुए थे!

    जब 244 नंबर कमरे में आया तो वहां आदमी, आदमी आपस में लगे हुए थे, जब में 344 नम्बर कमरे में आया तो लड़की, लड़की आपस में लगी हुई थी!

    संता: अरे बंतया अच्छा हुआ कि तू पांच मिनट पहले नहीं आया!

    बंता: क्यों?

    संता: क्योंकि यहाँ मैं और मैं लगे हुए थे!
  • संता बंता और तेंदुआ!

    एक गावं में एक आदमखोर तेंदुए ने आतंक मचाया था वन विभाग ने अपने दो तेज तरार शिकारी संता और बंता को उसे पकड़ने के लिए बुलाया और हिदायत दी अगर जिन्दा पकड़ सको तो पकड़ लेना नहीं तो मार देना!

    वे दोनों जंगल में गए और तेंदुए का इन्तजार करने लगे कई दिन तक उन्हें तेंदुआ नहीं मिला तो बंता ने संता से कहा की एक तरीका अपनाते है!

    बंता ने कहा मैं गाए कि खाल पहन लेता हूँ और बंदूक को उसके मुहं से बाहर निकाल दूंगा जैसे ही तेंदुआ मुझ पर हमला करेगा मैं उसे गोली से उड़ा दूंगा!

    फिर संता, बंता को जंगल में छोड़कर वापिस आ गया तीन चार दिन जब बंता का कोई पता नहीं आया तो संता खोज दल के साथ उसे ढूंढने जंगल चला गया!

    जब उन्हें बंता मिला तो देखा की बंता के कपड़े फटे हुए और बंदूक एक तरफ गिरी थी और बंता का मुहं जमीन से लगा था संता ने बहुत चिंतित होते हुए बंता को अपनी गोद में उठाया और पूछा की...होया बंतया?

    बंता ने आहें भरते हुए जवाब दिया यार संतया.. तेंदुआ तां नहीं आया... पर एह दस...सांड कीने खुल्ला छडडया सी?
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