एक बार जंगल में एक गधे का सेक्स करने बड़ा का मन करता है तो वो गधी के पास जाता है। गधी उसे यह कह कर मना कर देती है कि तुम्हारा लंड बहुत बड़ा है और बहुत दर्द होती है। गधा उसे बहुत मनाने की कोशिश करता है, आखिरकार गधी मान जाती है पर कहती है कि जा कर कोई गारंटी ले कर आओ कि तुम अपना पूरा लंड अंदर नहीं डालोगे। गधा गारंटी के लिए जंगल में दूसरे जानवरों के पास जाता है लेकिन कोई भी जानवर उसकी गारंटी देने को तैयार नहीं होता। आखिर में एक मेंढक को रहम आ जाता है वो गारंटी के लिए तैयार हो जाता है। मेंढक गधे से कहता है, "मैं तेरे लंड पे एक निशान लगा दूंगा तुम उससे आगे नहीं जाना। जब भी निशान से आगे जाओगे तो मैं सीटी बजा दूंगा तो तुम लंड को बाहर निकाल लेना। गधा तैयार हो जाता है। दोनों गधी के पास जाते हैं। गधा सैक़स करना शुरू करता है। जब भी गधे का लंड निशान से जयादा अंदर जाता मेंढक सीटी बजा देता और गधा वापस लंड बाहर निकाल लेता। जैसे-जैसे समय बीतता गया, गधे का बार-बार निशान से अंदर को जाने लगता है तो मेंढक सीटी बजाने लगता। जब गधा पूरे जोश में आ गया तो उसे मेंढक की सीटी भी नहीं सुनी तो मेंढक छलांग लगा कर गधे के लंड पर बैठ गया पर गधा कहाँ रुकने वाला था। उसने लगाया अपना फाइनल शॉट तो मेंढक ही गधी की गांड में घुस गया। यह सब पेड़ पर बैठा एक बंदर देख रहा था। वो जोर ज़ोर से ताली बजा कर बोलने लगा, "गई गारंटी गांड में।" "गई गारंटी गांड में।" आप ने इस कहानी से क्या सीखा: कभी भी किसी की गारंटी नहीं लेनी चाहिए नहीं तो गांड में घुसने की नौबत आ सकती है। |
निप्पल मिला तो चूसना शुरू, दीवार मिली तो मूतना शुरू, ज़ुबान फिसली तो माँ-बहन शुरू, गांड मिली तो उंगली शुरू, फ़ोकट की मिली तो पीना शुरू, लंड हाथ आया तो हिलाना शुरू, चार दोस्त मिले तो गांडमस्ती शुरू, लड़की मिली तो चुदाई की प्लानिंग शुरू, ऐसा मेसेज मिला तो फॉरवर्ड करना शुरू। |
एक डॉक्टर पठान के पीछे ब्लेड लेकर भाग रहा था और चिल्ला रहा था, "ठहर जा बहन के लोड़े, तेरी माँ चोद दूंगा, रूक साले कमीने, एक बार हाथ लग जा तेरे को जान से मार दूँगा।" यह सुन कर कुछ लोगो ने डॉक्टर को पकड़ा और पूछा, "भाई साहब हुआ क्या है, क्यों उसको मारने पर तुले हो?" डॉक्टर गुस्से से बोला, "ये साला भोसड़ी का हरामी, पिछली 4 बार से ऐसा ही कर रहा है, नसबंदी करवाने आता है और झाँटे कटवा कर भाग जाता है।" |
एक पेड़ पे एक चिड़ा और एक चिड़िया रहती थी। दोनों आपस में बहुत प्यार करते थे। एक दिन चिड़िया बोली, "तुम मुझे छोड़ कर कभी उड़ तो नहीं जाओगे?" चिड़ा बोला, "अगर उड़ जाऊं तो तुम पकड़ लेना।" चिड़िया: मैं तुम्हें पकड़ तो सकती हूँ, पर फिर पा तो नहीं सकती। यह सुन चिड़े की आँखों में आंसू आ गए और उसने अपने पंख तोड़ दिए और बोला, "अब हम हमेशा साथ रहेंगे।" लेकिन एक दिन बहुत ही भयंकर तूफान आ गया। चिड़े ने चिड़िया से कहा, "तुम उड़ जाओ मैं नहीं उड़ सकता।" चिड़िया: अच्छा अपना ख्याल रखना। इतना कहकर चिड़िया उड़ गई। जब तूफान थमा तो चिड़िया वापस गयी। वापस आने पर उसने देखा कि चिड़ा मर चुका था और वहीँ पास की एक डाली पर लिखा था, "बहन की लौड़ी"। |