Adult and Non Veg Hindi Jokes

  • ज़ोर का झटका!

    नियमित रूप से वैश्या गमन करने वाले एक व्यक्ति की आखिरकार शादी हो ही गई। शादी के अगले ही दिन वह रोता हुआ अपने दोस्त के घर पहुंचा।

    "क्या बात है? रो क्यों रहे हो?" दोस्त ने पूछा।

    "यार, तुम तो जानते हो मैं कैसा आदमी था। आज सुबह जब मैं जागा तो अपनी आदत के मुताबिक मैंने अपनी पत्नी को एक सौ रुपये का नोट थमा दिया।" आदमी ने जवाब दिया।

    "अच्छा! तो यह बात है। देखो, आखिर वह तुम्हारी पत्नी है। उसे समझाओ कि वह तुम्हारे बीते दिनों को भूल जाए और साथ ही उसे विश्वास दिलाओ कि भविष्य में तुम उसके सिवा किसी और की तरफ देखोगे भी नहीं। देखना, वह मान जाएगी।" दोस्त ने दिलासा देते हुए कहा।

    आदमी ने गुस्से से लाल होते हुए कहा, "यार, बात वह नहीं है। उसने सौ का नोट रखकर मुझे पचास रुपये वापस कर दिए।"
  • लोग अलग सुहाग रात अलग!

    एक घर में तीन बहने रहती थी। तीनों की शादी की उम्र हो गयी थी पर उनके माता-पिता के पास इतने पैसे नहीं थे कि वो तीनों की अलग-अलग शादी करें। इसलिए उन्होंने कहा कि हम तुम तीनों की एक ही समय पर शादी कर देंगे।

    तीनों बहने इसके लिए राज़ी हो गयी तो तीनों की एक ही दिन शादी कर दी गयी। अब उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे कि वो हनीमून के लिए बाहर जाएँ तो तीनों बहनो ने यह फैंसला लिया कि वो हनीमून अपने माता-पिता के घर पर ही मनाएंगी।

    रात को जब वो हनीमून मना रही थीं तो उनकी माँ उठी और पानी लेने के लिए नीचे गयी। नीचे जाते समय जब वो पहली लड़की के कमरे के पास से गुज़री तो अंदर से चिल्लाने की आवाज़ आ रही थी। माँ ने आवाज़ सुनी और आगे चली गयी। जब दूसरी लड़की के कमरे के पास से गुज़री तो हँसने की आवाज़ आ रही थी। माँ ने आवाज़ सुनी और आगे निकल गयी। तीसरी लड़की के कमरे से कोई आवाज़ नहीं आ रही थी।

    अगले दिन सुबह जब तीनों बहने अपनी माँ के पास बैठी थी तो माँ ने पहली लड़की से पूछा, "तुम रात को चिल्ला क्यों रही थी?"

    लड़की: आप ही ने कहा था न जब दर्द हो रहा हो तो चिल्लाना चाहिए।

    माँ ने दूसरी लड़की से पूछा, "तुम क्यों हँस रही थी?"

    लड़की: आप ने कहा था न कि जब गुदगुदी हो तो हँसना चाहिए।

    माँ ने तीसरी लड़की से पूछा, "तुम्हारे कमरे से तो कोई आवाज़ ही नहीं रही थी, क्यों?"

    लड़की: आप ही ने कहा था जब मुँह में कुछ हो तो आवाज़ नहीं करनी चाहिए।
  • चश्मे और ब्रा का तुलनात्मक अध्ययन:

    1. दोनों की बनावट एक सी होती है।

    2. शुरू में दोनों को पहनने में दिक्कत होती है।

    3. एक को नज़र आने के लिए और दूसरे को नज़र में लाने के लिए पहना जाता है।

    4. उम्र और प्रयोग के साथ दोनों का नंबर बढ़ जाता है।

    5. चश्मा उतारने की बाद आँखे मिचमिचा जाती हैं और ब्रा उतरते ही आँखे चौंधिया जाती हैं।

    6. चश्मा पहनने के बाद और ब्रा उतरने के बाद उसके इस्तेमाल की चीज़ मूल रूप से बड़ी हो जाती है।
  • संता की होशियारी!

    एक बार संता को एक चिराग मिला। संता ने जब उस चिराग को रगड़ा तो अंदर से एक जिन प्रकट हो गया।

    जिन: कहो मेरे आका, तुम क्या चाहते हो?

    संता: तुम मेरी 100 माँगे पूरी कर दो।

    जिन: माफ़ करना, पर मैं सिर्फ 3 माँगे ही पूरी कर सकता हूँ।

    संता: पर इस समय तुम मेरे ग़ुलाम हो तो तुम्हें मेरी 100 माँगे पूरी करनी होगी।

    जिन को संता की यह बात सुन कर गुस्सा आ गया और बोला, "मैं सिर्फ 3 माँगे पूरी करूँगा। अगर मंज़ूर है तो ठीक नहीं तो मैं चला।"

    संता ने कुछ सोचा और कहा, "ठीक है। मेरी सबसे पहली माँग यह है कि तुम अपने हाथ में एक डंडा ले लो।"

    जिन ने हवा में हाथ घुमाया और हाथ में डंडा पकड़ लिया।

    संता: अब यह डंडा अपनी गांड में ले लो।

    जिन ने यह सुनकर थोड़ा घबरा गया पर उसने फिर वो डंडा अपनी गांड में ले लिया।

    संता: अब साले बता इस डंडे को बड़ा करने की मांग पूरी करेगा या मेरी 100 माँगे पूरी करेगा?"
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