संता-बंता Adult and Non Veg Hindi Jokes

  • सेक्स की परिभाषा!

    बंता: सेक्स क्या है?

    संता: 'ड्यूटी'

    बंता: अगर पत्नी से किया जाये?

    संता: 'कला'

    बंता: अगर प्रेमिका से किया जाये?

    संता: 'शिक्षण'

    बंता: अगर कुवारी लड़की से किया जाये?

    संता: 'विज्ञान'

    बंता: अगर शादी शुदा पड़ोसन से किया जाये?

    संता: 'व्यापार'

    बंता: अगर वैश्या से किया जाये?

    संता: 'समाज सेवा'

    बंता: अगर तलाक़ शुदा से किया जाये?

    संता: 'दान'

    बंता: अगर विधवा से किया जाये?

    संता: 'गुप्त दान'

    बंता: अगर किसी लड़के को किया जाये?

    संता:'त्याग'

    बंता: अगर अपने हाथ से किया जाये?

    संता: 'बलिदान'

    बंता: विचारों में चड्ढी में हो जाये ?????????

  • जवाब एक करोड़ का!

    एक बार संता एक सवाल-जवाब प्रतियोगिता में भाग लेता है और अंतिम चरण तक पहुँच जाता है जहां पर कि प्रतियोगिता के आयोजक उस से कहते हैं, "संता जी अगर इस चरण में पूछे जाने वाले तीन सवालों के आपने सही जवाब दे दिए तो आप एक करोड़ रूपया जीत जायेंगे, तो क्या आप तैयार हैं ?

    संता: जी हाँ।

    आयोजक: आप अपने माता-पिता से ज्यादा प्यार करते हैं या अपनी प्रेमिका से?

    संता: जी अपने माता-पिता से?

    आयोजक: आप के ख्याल से इस दुनिया में एक इंसान के लिए पैसा ज्यादा ज़रूरी है या प्रेम?

    संता: जी प्रेम।

    आयोजक: आप किसी खूबसूरत लड़की के अन्दर सबसे ज्यादा क्या देखना पसंद करते हैं?

    संता: जी अपना लंड।

  • संता की चटनी!

    एक बार संता अपनी पत्नी के साथ सैक्स कर रहा था, की अचानक दरवाज़े की घंटी बजी।

    संता: कौन है?

    बाहर से आवाज़ आई, " अरे मैं बंता हूँ दरवाज़ा खोलो।"

    आवाज़ सुनने के 15 मिनट बाद संता ने दरवाज़ा खोला।

    बंता: दरवाज़ा खोलने में इतनी देर क्यों लगा दी?

    संता: हम चटनी कूट रहे थे।

    बंता ने शरारत से जीतो की तरफ देखा और बोला, " भाभी जी, हमें भी चटनी चटा दो"।

    जीतो: मैंने तो बर्तन धो लिया है, डंडे पे लगी होगी, वही चाट लो"।

  • शिकारी हकीम!

    एक बार संता को बवासीर हो जाती है तो वह एक हकीम के पास जाता है और अपनी परेशानी बताता है जो सुन कर हकीम उसे कहता है, " तुम्हे रोज़ मरहम लगवाने आना पड़ेगा"।

    संता वैसा ही करता है और रोजाना हकीम के पास मरहम लगवाने जाने लगता है।

    हकीम उसे चार दिन मरहम लगाता है और कहता है कि, "अब तुम्हारी बीमारी काफी ठीक हो गयी है, इसीलिए अब तुम घर पर अपनी बीवी से भी मरहम लगवा सकते हो"।

    अगले दिन जब जीतो, संता को मरहम लगाने लगती है तो अपना एक हाथ संता के कंधे पर रख लेती है, जो देख कर संता थोडा चौंक सा जाता है और जीतो से पूछता है, "जीतो तेरा एक हाथ तो मेरे कंधे पर है पर तेरा दूसरा हाथ कहाँ है?"

    जीतो: उस से मैं तुम्हे मरहम लगा रही हूँ।

    संता गुस्से मैं उठता है और कुछ सोच कर कहता है, " तेरा एक हाथ मेरे कंधे पर है और दूसरे हाथ से तू मरहम लगा रही है, तो वो भोंसड़ी का हकीम कैसे अपने दोनों हाथ मेरे कंधे पर रखता था"।

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