एक लड़का और लड़की ने आपस में शादी करने का फैसला किया कुछ दिनों बाद उनकी शादी हो गयी, शादी करने के बाद वे दोनों हनीमून पर चले गये जब वे हनीमून मनाने जा रहे थे रास्ते में तो दुल्हन ने गधे को सेक्स करते हुए देख लिया दुल्हन ने कुटिल मुस्कान के साथ अपने पति से पूछा कि ये क्या कर रहे है? उसके पति ने कहा ये रस्सी से खेल रहा है! दुल्हन अपने भावों को छिपाती हुई कहने लगी अच्छा, अभी वे थोड़ा और आगे गये थे कि दुल्हन ने एक घोड़े को सेक्स करते देख लिया उसने फिर से वही प्रश्न पूछ लिया! पति ने फिर वही जवाब दिया कि ये भी रस्सी से खेल रहा है! आख़िरकार कर वे दोनों होटल पहुँच गए नहाने के बाद वे दोनों तरो-ताजा हुए और बिस्तर पर आ गये थोड़ी देर में दोनों नग्न हो गए एक दूसरे के साथ लिपटने लगे अचानक दुल्हन का हाथ अपने पति के गुप्तांग पर चला गया उसने पूछा ये क्या है? पति ने कहा ये मेरी रस्सी है, दुल्हन ने हाथ अंडकोष पर ले जाकर पूछ लिया ये क्या है? पति ने कहा ये रस्सी की गाँठ है! थोड़ी देर में वे दोनों सेक्स करने लगे काफी देर के बाद दुल्हन ने कहा कि रुक जाओ... थोड़ी देर रुक जाओ! उसके पति ने पूछा क्या बात है जानू, क्या तुम्हें तकलीफ हो रही है? दुल्हन ने कहा नहीं, तुम इस रस्सी की गांठ को खोल दो मुझे और रस्सी चाहिए! |
एक कुंवारे आदमी की शादी हुई और सुहागरात को जब वह होटल के कमरे में गया तो उसकी बीवी बेड पर बिल्कुल नग्न लेटी थी! उसने अपने पति को पूछा तुम जानते हो न कि मैं क्या चाहती हूँ? उसकी पत्नी ने अपनी टांगे पूरी फैला दी और पूरे बिस्तर पर लेट गयी फिर से वही प्रश्न पूछने लगी: उसके पति ने कहा तुम पूरे बिस्तर पर अकेले ही सोना चाहती हो! है न? |
एक बार एक पति पत्नी अपने नौ बच्चों के साथ बस स्टॉप पर बस का इन्तजार कर रहे थे! तभी एक अँधा आदमी वहां आकर उनके साथ खड़ा हो गया, जैसे ही बस पहुंची पत्नी और बच्चे तो जैसे कैसे बस में चढ़ गए पति और वह अँधा बाहर ही रह गए! बस चली गयी अब वे दोनों पैदल ही सड़क पर चल पड़े कुछ दूर चलने पर जो पति था वह अंधे आदमी की छड़ी की टकटक से दुखी होकर बोला: अरे भई तुम इस छड़ी के नीचे रबड़ क्यों नहीं लगा लेते इसकी टकटक को सुनकर मेरे सिर में दर्द लग गयी है! अंधे आदमी ने कहा अगर तुमने समय से अपनी छड़ी पर रबड़ लगाया होता तो अभी हम बस में सफ़र कर रहे होते, इसलिए चुपचाप चलते रहो! |
एक आदमी की शादी हुई और वह शादीशुदा जीवन व्यतीत करने लगा, शादी के कुछ दिन बाद उसने अपनी पत्नी को बुलाया और कहने लगा मैंने कुछ नियम बनाये उन्हें गौर से सुनो! मैं जब चाहे तब घर आ सकता हूँ, मैं कभी भी किसी भी समय आ सकता हूँ, उसने जोर देते हुए कहा और मुझे ये कतई पसंद नहीं कि तुम मेरे किसी मामले में टांग अड़ाओ, मुझे हर शाम को बढ़िया खाना टेबल पर चाहिए, चाहे मैं कहूँ या न कहूँ मैं कभी भी शिकार करने, मछलियाँ पकड़ने, दोस्तों के साथ ताश खेलने जा सकता हूँ ये मेरे नियम है! उसने पत्नी की और मुखातिब होते हुए पूछा आपकी कोई टिप्पणी? उसकी पत्नी ने जवाब दिया नहीं कोई टिप्पणी नहीं मुझे सब कुछ मंजूर है! पर एक बात मेरी भी सुन लीजिये सेक्स हर रात में सिर्फ सात बजे होगा चाहे आप यहाँ रहो चाहे नहीं रहो! |