गुदगुदी Adult and Non Veg Hindi Jokes

  • सबसे पवित्र चीज

    सबसे पवित्र चीज है पुरुष का लिंग।

    ये बहूत विनम्र है,
    हमेशा झुका रहता है।

    ये बहुत दयालु है,
    लडकियों की गोद भरता है।

    ये असली गुरु है,
    जो अपने दो चेलों का साथ नही छोडता।

    इसमें सादगी है,
    ये छोटी सी गुफा में रात गुजार लेता है।

    ये आदरणीय है,
    नारी को देख कर खड़ा हो जाता है।

    ये कोमल है,
    चाहे कितना भी मरोड़ो इसमें से अमृत ही निकलता है, जिससे सृष्टि चलती है।
  • फिल्म का प्रचार

    बिहार के कई गाँव में फिल्मों का प्रचार आज भी रिक्शा पर लाउड-स्पीकर लगा कर किया जाता है।
    एक दिन ऐसी ही एक फिल्म का प्रचार हो रहा था। फिल्म का नाम था "बड़े घर की बहु रानी"।

    "बड़े घर की बहु रानी" का मज़ा लीजिये,
    दिन में चार बार, 9 से 12, 12 से 3, 3 से 6 और शाम 6 से 9।
  • वजन कम करने का अनोखा तरीका!

    एक मोटे आदमी ने न्यूज पेपर में विज्ञापन देखा। एक सप्ताह में 5 किलो वजन कम कीजिये।

    उसने उस विज्ञापन वाली कंपनी में फोन किया तो एक महिला ने जवाब दिया और कहा, "कल सुबह 6 बजे तैयार रहिए।"

    अगली सुबह उस मोटे ने दरवाजा खोला तो देखा कि एक बहुत खूबसूरत युवती जॉगिंग सूट और शूज पहने बाहर खड़ी है।

    युवती बोली, "मुझे पकड़ो और जो मन आये वो करो ये कहकर युवती दौड़ पड़ी।"

    मोटू भी उसके पीछे दौड़ा मगर उसे पकड़ नहीं पाया।

    उस पूरे हफ्ते रोज मोटू ने उसे पकड़ने का प्रयास किया लेकिन युवती को न पकड़ पाया।

    पर उसका 5 किलो वजन कम हो गया।

    फिर मोटू ने 10 किलो वजन कम करने वाले प्रोग्राम की बात की।

    अगली सुबह 6 बजे उसने दरवाजा खोला तो देखा कि पहले वाली से भी शानदार युवती जॉगिंग सूट और शूज में खड़ी है।

    युवती बोली, "मुझे पकड़ो और जो मन मे आये करो।"

    इस हफ्ते मोटू का 10 किलो वजन घट गया।

    मोटू ने सोचा कि वाह क्या बढ़िया प्रोग्राम है। क्यों ना 25 किलो वजन कम करने वाला प्रोग्राम आजमाया जाए।

    उसने 25 किलो घटाने वाले प्रोग्राम के लिए फोन किया।

    तो महिला ने जवाब दिया और कहा कि क्या आपका इरादा पक्का है? क्योंकि ये प्रोग्राम थोड़ा कठिन है।

    मोटू बोला: हाँ।

    अगली सुबह 6 बजे मोटू ने दरवाजा खोला तो देखा कि दरवाजे पर जॉगिंग सूट और शूज पहने एक काला नीग्रो खड़ा था।

    नीग्रो बोला, "अगर मैंने तुम्हे पकड़ लिया तो मैं तुम्हारे साथ जो मन आये वो करूँगा।"
  • नामों का राज़!

    गुप्ता जी के घर शर्मा जी आये। गुप्ता जी अपने बच्चों की पहचान कराने लगे।

    ये मेरी बेटी रानी।शादी से पहले हम मुंबई में 'रानी बाग़' में घूमा करते थे, उसकी याद में इसका नाम रानी रखा।

    शर्मा जी: वाह, प्यारी बिटिया है।

    गुप्ता जी: ये मेरा बेटा ताज। शादी के 5 साल बाद दूसरे हनीमून पे हम आगरा गए थे, उसकी याद में।

    शर्मा जी: बहुत खूब, बहुत सोच कर नाम रखा है आपने।

    गुप्ता जी: और ये मेरा छोटा बेटा कोहिनूर।

    शर्मा जी: क्या बात है! मतलब आप लंदन में कोहिनूर हीरा देख आये?

    गुप्ता जी: अरे नहीं! हम तो कंडोम इस्तेमाल कर रहे थे लेकिन इस ब्राण्ड ने धोखा दे दिया।
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