एक बार एक उदास बंदर मरने को गया तो जाते-जाते उसने सोते हुए शेर की गांड में ऊँगली डाल दी। शेर उठा और गुस्से से दहाड़ा, "किसने किया ये? किसने अपनी मौत बुलायी है?" बंदर: मैं हूँ महाराज। शेर ने पूछा, "ये करते हुए तुम्हें किसी ने देखा?" बंदर: नहीं महाराज। शेर: ठीक है, एक बार और करो अच्छा लगता है। कहानी का सार: अकेले रह-रह कर जंगल का राजा भी गांडू हो जाता है। इसलिए अपने दोस्तों के संपर्क में रहें। |
1. इंसान का लंड और सरकारी काम हमेशा लटकता रहता है। 2. चूत और दूध के फटने पर हमेशा औरत चिल्लाती है। 3. सांप और गांड जहाँ भी मिले मार दो। 4. मौत और टट्टी किसी को पूछ के नहीं आती। 5. गरीब और बूब्स हमेशा दबते हैं। 6. नई दुल्हन और नई गाड़ी किसी दोस्त को दो तो ठोक के ही देता है। 7. मुसीबत और लंड कभी भी खड़े हो सकते हैं। 8. ब्रा और किस्मत कभी भी खुल सकती है। 9. समंदर और चूत को नापा नहीं जा सकता। 10. चूत और दारु कभी भी जूठे नहीं होते। 11. नई चूत और भूत किस्मत वालों को ही दिखते हैं। 12. लड़की और ऑडियो कैसेट दोनों साइड से बजानी चाहिए। 13. लंड और पानी अपना रास्ता खुद बनाते हैं। 14. गांड और दूध के फटने की आवाज नहीं आती। 15. सेक्स और टेक्स आदमी को पागल बना देता है। |
एक युवा जोड़ा खेतों में बनी पगडंडी पर चल रहा थे थोड़ा आगे चलकर रास्ता काफी खुला था तो साथ-साथ में चल पड़े। लड़की ने लड़के की तरफ देखा और कहा, "क्या तुम मेरा हाथ पकड़ना चाहते हो?" लड़के ने कहा, "पर तुम्हें कैसे पता चला?" लड़की ने कहा, "तुम्हारी आँखों में देखकर।" लड़के ने लड़की का हाथ पकड़ा और दोनों आगे चल पड़े। थोड़ा चलने के बाद लड़की ने लड़के से पूछा, "क्या तुम्हारा किस करने का मन कर रहा है?" लड़के ने फिर से पूछा, "तुम्हें कैसे पता चला?" लड़की ने कहा, "तुम्हारी आँखों में देखकर।" जैसे ही वे दोनों थोड़ा आगे गए वहां काफी लम्बी घास थी वे दोनों बैठ गए लड़के ने लड़की को किस किया। फिर वे और आगे चल पड़े, आगे चलकर लड़की ने लड़के से पूछा, "क्या तुम्हारा मेरे साथ सब कुछ करने का मन कर रहा है।" लड़के ने कहा, "तुम्हें कैसे पता चला मेरी आँखों में देखकर न?" लड़की ने कहा,"नही भोंसड़ी के तेरे पजामे में बने तम्बू को देखकर।" |
परसों मेरा जन्मदिन था, जब मैं सुबह उठा तो न मेरी बीवी ने मुझे शुभ कामनाएं दी न मेरे बच्चों ने। मैं बड़े दुखी मन से घर से ऑफिस जाने के लिए निकला। रास्ते में मेरे सभी दोस्त मिले पर किसी ने भी मुझे शुभ कामनाएं नहीं दी। जब मैं इसी दुखी मन से अपने केबिन में जा रहा था तो मेरी खूबसूरत सेक्रेटरी बोली, "जन्मदिन मुबारक हो सर।" मैं खुशी से फूला न समाया, फिर उसने मुझे कहा कि एक साथ लंच करते हैं। हम लंच के लिए बाहर चले गए। लंच करने के बाद वो बोली, "क्या आप मेरे साथ मेरे घर चलोगे? आपको कुछ खास देना है।" मैं बड़ी खुशी से उसके घर चला गया। मुझे अपने बैडरूम में बिठा कर वो बोली, "सर, मैं 5 मिनट बाथरूम से होकर आई।" मैंने ख़ुशी से कहा, "ठीक है।" कुछ देर बाद जब वो अंदर आई तो उसके हाथ में केक था और साथ में मेरी बीवी, मेरे बच्चे और मेरे सभी दोस्त थे। और मैं उसके इंतज़ार में बेड पर नंगा बैठा हुआ था। |