जीतो: वह हर समय मेरे पीछे लगा रहता है। जहाँ जाती हूँ वहीं पहुँच जाता है। घर के भी चक्कर लगाता रहता है। सुबह-शाम फ़ोन करता रहता है। बहुत तंग आ गयी हूँ मैं उससे। कल तो मैं बाज़ार जा रही थी तो रास्ते में ही रोक लिया मुझे और गिड़गिड़ाने लग गया। प्रीतो: आखिर वो तुमसे चाहता क्या है? जीतो(ठंडी सांस भरते हुए): वो चाहता है कि मैं उससे इंश्योरेन्स(Insurance) करवा लूँ! |
एक बार जीजा अपनी साली को लेकर शहर से गांव लौट रहा था। उसके हाथों में एक बाल्टी, एक छड़ी, बगल में एक मुर्गी और बकरी की रस्सी थी। रात चांदनी थी और साली जवान। अचानक साली बोली: मुझे आप के साथ चलने में डर लग रहा है। कहीं आप कुछ बदमाशी ना करने लगें। जीजा: अरे मैं कैसे कोई बदमाशी कर सकता हूँ। मेरे तो दोनों हाथ घिरे हुए हैं, चाह कर भी मैं कुछ नहीं कर सकता। साली: कैसे नहीं कर सकते? अभी अगर आप छड़ी ज़मीन में गाड़कर बकरी उसके साथ बांध दें और मुर्गी को बाल्टी के नीचे रख दें तो फिर जो चाहें कर सकते हो आप। |
एक पेंटर, डॉक्टर के पास पट्टी करवाने गया। पट्टी करते-करते डॉक्टर ने पूछा, "चोट कैसे लग गयी?" पेंटर: जी मैं दो मंज़िला इमारत पर सीढ़ी लगाकर पेंट कर रहा था। सामने ही बाथरूम में एक जवान लड़की साबुन मलते हुए मस्ती में नहा रही थी कि अचानक सीढ़ी टूट गयी और मुझे चोट लग गयी। डॉक्टर: हाय! सीढ़ी को भी अभी टूटना था। पेंटर: हाँ साहब जब एक मामूली सी सीढ़ी पर आप जैसे बीस लोग आपा-धापी मचाएंगे तो सीढ़ी नहीं टूटेगी तो क्या होगा। |
एक बार एक आदमी अपनी गर्लफ्रेंड को खुश करने के लिए कोई तोहफा ढूंढ रहा था तो उसने देखा कि जानवरों की एक दुकान पर सेल का बोर्ड टंगा हुआ है। वो झट से दुकान के अंदर घुस गया और इधर-उधर देखने लगा। तभी उसे वहां पिंजरे में एक तोता दिखाई दिया, लेकिन सभी जानवरों की बिक्री नीलामी बोली से हो रही थी। जब तोता नीलामी के लिए आया तो बोली सबसे ऊँची गयी पर आखिरी बोली उसी आदमी के नाम पर ही छूटी। आदमी खुश हो गया और वह तोता लेकर बाहर निकल आया। बाहर आते-आते उसे ख्याल आया कि कहीं उसका चुतिया तो नहीं बना दिया। पता नहीं यह तोता बोलता भी है या नहीं। वह वापिस दुकान में गया और मालिक से पूछा कि यह तोता सच में बोलता है या तुम लोगों ने मुझे चुतिया बना दिया है। इससे पहले कि दुकानदार कुछ बोलता, तोते ने जवाब दिया, "साले हम तुम्हे चुतिया क्यों बनाएंगे तुझे तो यह भी नहीं पता चला कि तेरे खिलाफ बोली मैं खुद ही बड़ा रहा था।" |