एक पंडित शादी के फेरे करवा रहा था, वो थोड़े से मंतर पढ़ता और दुल्हन के बाप से फटाफट पैसे मांग लेता। लड़की का बाप पैसे देते-देते परेशान हो गया तो उसने मन ही मन में पंडित को सबक सिखाने की सोचने लगा। पंडित ने फिर से कोई मंतर पढ़ा और बोला, "51 रुपये निकालिये"। लड़की के बाप ने धीरे से अपना लंड निकला और बोला, "लो' पंडित जी।" पंडित भी एक नंबर का हरामी था, उसने टेढ़ी नजर से उसे देखा और बोला, "यजमान कन्या के हाथ में दे दीजिये।" |
एक कर्मचारी का अपने बॉस को धांसू पत्र: प्यारे चोदु, पहले ये बता कि कौन मादरचोद टारगेट सेट करता है? माँ के लौड़े, जूनियरों की मईया चुद जाती है ऊपर से बहनचोद प्रमोशन देने के नाम पे तो ऐसे ऐसे सवाल करते हो जैसे अपनी माँ के बलात्कार का बदला ले रहे हो। ऐसा टारगेट बनाया है जैसे तुम्हारे यहाँ तो भोंसड़ीवाले सब बड़े तुर्रम खां जन्मे हैं। तेरा बाप भी इस टारगेट को पूरा नहीं कर सकता मादरचोद। ऊपर से तनख्वा बढाने की बात करो तो ऐसे दिखाते हो जैसे अपनी सैलरी में से दे रहे हो। चूत मरी के तू कभी बाहर मिल भड़वे तेरी गांड में बंद छतरी डाल के नहीं खोली ना तो मेरा नाम बदल दियो। आपका आज्ञाकारी तेरे जैसा लंड थोड़ी हूँ जो अपना नाम लिखूंगा। |
एक बार एक 80 साल के बूढ़े को एक 25 की लड़की का बलात्कार करने के जुर्म में जेल हो जाती है। जब वह जेल में जाता है तो वहां पर एक दूसरा बूढा एक दिन उससे कहता है, " यार एक बात बता ये तो मैं अच्छे से जानता हूँ की 80 साल की उम्र में तू किसी लड़की का बलात्कार कर नहीं सकता तो अब ये बता की तूने यह इल्जाम अपने ऊपर क्यों लिया?" पहला बूढा मुस्कुराते हुए, " यार क्या करूँ इलज़ाम ही इतना मर्दानगी वाला था की मैं मना नहीं कर सका।" |
एक बार दो महिलाएं आपस में बातें कर रही होती हैं तो उनमे से एक बोली, " कल मैंने पहली बार किया"। दूसरी महिला: सच में, क्या हुआ फिर? पहली महिला: शुरू में धीरे धीरे अन्दर लिया और धीरे से बाहर निकाला। दूसरी महिला: धीरे-धीरे क्यों? पहली महिला: उन्होंने कहा था पहले धीरे करना चाहिए। दूसरी महिला: अच्छा फिर क्या हुआ? पहली महिला: पहले दस मिनट तक ऐसे ही किया बड़ी मुश्किल हुई कंट्रोल करने में। दूसरी महिला: उसके बाद? पहली महिला: फिर थोड़ी तेज़ी से लिया फिर और तेज़ . . . फिर और तेज़। दूसरी महिला: हूं हूं, फिर? पहली महिला: फिर झटके से अन्दर लेती गयी और झटके से बाहर निकालती गयी। दूसरी महिला: अच्छा! पहली महिला: फिर तो पूरे कमरे में आवाज़ गूंजने लगी, पर मैं फिर भी तेज़ी से लेती रही और बाहर निकालती रही, थोड़ी देर बाद मुझे दर्द शुरू हो गया। दूसरी महिला: आगे बता? पहली महिला: बस यार फिर मैं रुक गयी क्योंकि रामदेव बाबा ने ऐसे ही प्राणायाम करते हुए अपने श्वांस पर काबू करना सिखाया था। |