सोचा न था कभी ऐसी दोस्ती होगी; साथ मेरे आप लोगों जैसी हस्ती होगी; जन्नत की गलियों के ख्वाब क्यों देखूं; अगर हम सारे दोस्त साथ होंगे तो हर साल में भी मस्ती होगी। |
विश्वास की एक डोरी है दोस्ती; विश्वास के बिना कोरी है दोस्ती; कभी थैंक्स तो कभी सॉरी है दोस्ती; ना मानो तो कुछ भी नहीं; पर मानो तो रब की भी कमज़ोरी है दोस्ती। |
दोस्त एक ऐसा चोर होता है; जो आँखों से आँसू, चेहरे से परेशानी, दिल से मायूसी, ज़िंदगी से दर्द, और बस चले तो हाथों की लकीरों से मौत तक चुरा ले। |
आसमान से उतारी है, तारों से सजाई है; चाँद की चाँदनी से नहलायी है; ऐ दोस्त ज़रा संभाल कर रखना यह दोस्ती; यही तो हमारी ज़िंदगी भर की कमाई है। |
दोस्त समझते हो तो दोस्ती निभाते रहना; हमें भी याद करना खुद भी याद आते रहना; हमारी तो हर ख़ुशी दोस्तों से ही है; हम खुश रहें या ना आप सदा यूँ ही मुस्कुराते रहना। |
अपनी ज़िंदगी के कुछ अलग ही उसूल हैं; दोस्ती की खातिर हमें काँटे भी क़बूल हैं; हँस कर चल देंगे काँच के टुकड़ों पर भी; अगर दोस्त कहे कि यह दोस्ती में बिछाये फूल हैं। |
रिश्तों से बड़ी चाहत क्या होगी; दोस्ती से बड़ी इबादत क्या होगी; जिसे दोस्त मिल सके कोई आप जैसा; उसे ज़िंदगी से कोई और शिकायत क्या होगी। |
लोग रूप देखते हैं, हम दिल देखते हैं; लोग सपना देखते हैं, हम हकीकत देखते हैं; बस फर्क इतना है कि लोग दुनिया में दोस्त देखते हैं; हम दोस्तों में दुनिया देखते हैं। |
लोग कहते हैं ज़मीं पर किसी को खुदा नहीं मिलता; शायद उन लोगों को दोस्त कोई तुम-सा नहीं मिलता; किस्मत वालों को ही मिलती है पनाह किसी के दिल में; यूं हर शख़्स को तो जन्नत का पता नहीं मिलता। |
दोस्त की दोस्ती से ज़िन्दगी सुनहरी होती है; साथ उसके हर ख्वाहिश पूरी होती है; अगर मिले दोस्त ऐसा जो समझ जाये दिल की बात; फिर कहाँ कोई बात अधूरी होती है। |