हर रिश्ते में विश्वास रहने दो; जुबान पर हर वक़्त मिठास रहने दो; यही तो अंदाज़ है जिंदगी जीने का; न खुद रहो उदास, न दूसरों को रहने दो। शुभ रात्रि! |
हर रास्ता एक सफर चाहता है; हर मुसाफिर एक हमसफ़र चाहता है; जैसे चाहती है चांदनी चाँद को; कोई है जो आपको इस कदर चाहता है। शुभ रात्रि! |
दूर रहते हैं मगर दिल से दुआ करते हैं हम; प्यार का फ़र्ज़ घर बैठे अदा करते हैं हम; आपकी याद सदा साथ रखते हैं हम; दिन हो या रात आपको ही याद करते हैं हम। शुभ रात्रि! |
दोस्ती के वादों को यूँ ही निभाते रहेंगे; हम हर वक़्त आपको यूँ ही सताते रहेंगे; मर भी जायेंगे तो क्या ग़म है; हम आंसू बन कर आपकी आँखों में आते रहेंगे। शुभ रात्रि! |
हो चुकी है रात बहुत अब सो जाइए; जो है दिल के करीब उसके ख्यालों में खो जाइए; कर रहा होगा कोई इंतज़ार आपका; हकीकत में ना सही ख्वाबों में तो मिल आईये। शुभ रात्रि! |
रात आती है सितारे लेकर; नींद आती है सपने लेकर; दुआ है आप के लिए आये ये रात; ज़िंदगी की सारी खुशियां लेकर। शुभ रात्रि! |
पास आपके दुनिया का हर सितारा हो; दूर आपसे गम का हर किनारा हो; आँखे बंद कर जब सोने लगो आप; तो बंद आँखों में भी सामने आपके हसीन नज़ारा हो। शुभ रात्रि! |
ये दुआ है तेरी ज़िंदगी संवर जाये; हर नज़र में बस प्यार नज़र आये; तू जिस ख़ुशी की तलाश में है; खुदा करे वो खुद तेरी तलाश में चली आये। शुभ रात्रि! |
जब शाम के बाद आ जाती है रात; हर बात में फिर समा जाती है तेरी याद; बहुत तनहा हो जाती ये जिंदगी मेरी; अगर नहीं मिलता कभी जो आपका साथ। शुभ रात्रि! |
लगता है ऐसा कि कुछ होने वाला है; कोई मीठे सपनो में खोने वाला है; धीमी कर दे अपनी रौशनी ऐ चाँद; मेरा दोस्त अब सोने वाला है। शुभ रात्रि! |