प्रेरणादायक Hindi SMS

  • सीढ़ियाँ उनके लिए बनी हैं, जिन्हें छत पर जाना है,<br/>
लेकिन जिनकी नज़र, आसमान पर हो उन्हें तो रास्ता ख़ुद बनाना है।Upload to Facebook
    सीढ़ियाँ उनके लिए बनी हैं, जिन्हें छत पर जाना है,
    लेकिन जिनकी नज़र, आसमान पर हो उन्हें तो रास्ता ख़ुद बनाना है।
  • कागज़ अपनी किस्मत से उड़ता है और पतंग अपनी क़ाबलियत से!<br/>
किस्मत साथ दे या ना दे मगर क़ाबलियत ज़रूर साथ देगी।Upload to Facebook
    कागज़ अपनी किस्मत से उड़ता है और पतंग अपनी क़ाबलियत से!
    किस्मत साथ दे या ना दे मगर क़ाबलियत ज़रूर साथ देगी।
  • सूरज हर शाम को ढल ही जाता है,<br/>
पतझड़ बसंत में बदल ही जाता है,<br/>
मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना,<br/>
समय कैसा भी हो गुज़र ही जाता है।Upload to Facebook
    सूरज हर शाम को ढल ही जाता है,
    पतझड़ बसंत में बदल ही जाता है,
    मेरे मन मुसीबत में हिम्मत मत हारना,
    समय कैसा भी हो गुज़र ही जाता है।
  • सोच को तुम अपनी ले जाओ शिखर तक;<br/>
कि उसके आगे सारे सितारे भी झुक जायें;<br/>
ना बनाओ अपने सफर को किसी कश्ती का मोहताज़;<br/>
चलो इस शान से कि तूफ़ान भी झुक जाये।Upload to Facebook
    सोच को तुम अपनी ले जाओ शिखर तक;
    कि उसके आगे सारे सितारे भी झुक जायें;
    ना बनाओ अपने सफर को किसी कश्ती का मोहताज़;
    चलो इस शान से कि तूफ़ान भी झुक जाये।
  • जो सिरफिरे होते हैं इतिहास वही लिखते हैं,<br />
समझदार लोग तो सिर्फ उनके बारे में पढते हैं,<br />
परख अगर हीरे की करनी है तो अंधेँरे का इंतज़ार करो,<br />
वरना धूप में तो काँच के टुकडे भी चमकते हैं।Upload to Facebook
    जो सिरफिरे होते हैं इतिहास वही लिखते हैं,
    समझदार लोग तो सिर्फ उनके बारे में पढते हैं,
    परख अगर हीरे की करनी है तो अंधेँरे का इंतज़ार करो,
    वरना धूप में तो काँच के टुकडे भी चमकते हैं।
  • खोकर पाने का मज़ा कुछ और ही है;<br />
रोकर मुस्कुराने का मज़ा कुछ और ही है;<br />
हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त;<br />
हारने के बाद जीतने का मज़ा कुछ और ही है।Upload to Facebook
    खोकर पाने का मज़ा कुछ और ही है;
    रोकर मुस्कुराने का मज़ा कुछ और ही है;
    हार तो जिंदगी का हिस्सा है मेरे दोस्त;
    हारने के बाद जीतने का मज़ा कुछ और ही है।
  • रोज़ - रोज़ गिर कर भी मुकम्मल खड़ा हूँ,<br />
ऐ मुश्किलों देखो मैं तुमसे कितना बड़ा हूँ।Upload to Facebook
    रोज़ - रोज़ गिर कर भी मुकम्मल खड़ा हूँ,
    ऐ मुश्किलों देखो मैं तुमसे कितना बड़ा हूँ।
  • स्वंय को ऐसा बनाओ जहाँ तुम हो, वहाँ तुम्हें सब प्यार करें,<br />
जहाँ से तुम चले जाओ, वहाँ तुम्हें सब याद करें,<br />
जहाँ तुम पहुँचने वाले हो, वहाँ सब तुम्हारा इंतज़ार करें।Upload to Facebook
    स्वंय को ऐसा बनाओ जहाँ तुम हो, वहाँ तुम्हें सब प्यार करें,
    जहाँ से तुम चले जाओ, वहाँ तुम्हें सब याद करें,
    जहाँ तुम पहुँचने वाले हो, वहाँ सब तुम्हारा इंतज़ार करें।
  • दीपक बोलता नहीं उसका प्रकाश परिचय देता है।<br />
ठीक उसी प्रकार आप अपने बारे में कुछ न बोलें, अच्छे कर्म करते रहें बस वही आपका परिचय देंगे।Upload to Facebook
    दीपक बोलता नहीं उसका प्रकाश परिचय देता है।
    ठीक उसी प्रकार आप अपने बारे में कुछ न बोलें, अच्छे कर्म करते रहें बस वही आपका परिचय देंगे।
  • मंजिल मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है,<br />
हम कोशिश भी ना करें ये तो गलत बात है।Upload to Facebook
    मंजिल मिले ना मिले ये तो मुकद्दर की बात है,
    हम कोशिश भी ना करें ये तो गलत बात है।