प्रेरणादायक Hindi SMS

  • दीपक तो अँधेरे में ही जला करते हैं;<br/>
फूल तो काँटो में ही खिला करते हैं;<br/>
थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर;<br/>
हीरे तो अक्सर कोयले में ही मिला करते हैं।Upload to Facebook
    दीपक तो अँधेरे में ही जला करते हैं;
    फूल तो काँटो में ही खिला करते हैं;
    थक कर ना बैठ ऐ मंज़िल के मुसाफिर;
    हीरे तो अक्सर कोयले में ही मिला करते हैं।
  • नदी जब किनारा छोड़ देती है;<br/>
राह की चट्टानों को भी तोड़ देती है;<br/>
बात छोटी सी भी अगर चुभ जाये दिल में;<br/>
तो ज़िंदगी के रास्ते और दिशा बदल देती है।Upload to Facebook
    नदी जब किनारा छोड़ देती है;
    राह की चट्टानों को भी तोड़ देती है;
    बात छोटी सी भी अगर चुभ जाये दिल में;
    तो ज़िंदगी के रास्ते और दिशा बदल देती है।
  • हर जलते दीपक तले अँधेरा होता है;<br/>
हर रात के बाद सवेरा होता है;<br/>
लोग डर जाते हैं मुसीबतों को देखकर;<br/>
पर मुसीबतों के बाद ही तो कामयाबी का सवेरा होता है।Upload to Facebook
    हर जलते दीपक तले अँधेरा होता है;
    हर रात के बाद सवेरा होता है;
    लोग डर जाते हैं मुसीबतों को देखकर;
    पर मुसीबतों के बाद ही तो कामयाबी का सवेरा होता है।
  • मांगो तो अपने रब से मांगो;<br/>
जो दे तो रहमत और न दे तो किस्मत;<br/>
लेकिन दुनिया से हरगिज़ मत माँगना;<br/>
क्योंकि दे तो एहसान और न दे तो शर्मिंदगी।Upload to Facebook
    मांगो तो अपने रब से मांगो;
    जो दे तो रहमत और न दे तो किस्मत;
    लेकिन दुनिया से हरगिज़ मत माँगना;
    क्योंकि दे तो एहसान और न दे तो शर्मिंदगी।
  • मेरी मंज़िल मेरे करीब है;<br/>
इसका मुझे एहसास है;<br/>
गुमान नहीं मुझे इरादों प अपने;<br/>
ये मेरी सोच और हौंसलों का विश्वास है।Upload to Facebook
    मेरी मंज़िल मेरे करीब है;
    इसका मुझे एहसास है;
    गुमान नहीं मुझे इरादों प अपने;
    ये मेरी सोच और हौंसलों का विश्वास है।
  • खुद पर विश्वास और कर्म पर हो आस्था;<br/>
फिर कितनी ही आ जायें मुश्किलें मिल ही जाता है रास्ता।Upload to Facebook
    खुद पर विश्वास और कर्म पर हो आस्था;
    फिर कितनी ही आ जायें मुश्किलें मिल ही जाता है रास्ता।
  • ख़्वाहिशों से नहीं गिरते महज़ फूल झोली में;<br/>
कर्म की शाख को हिलाना पड़ता है;<br/>

न होगा कुछ कोसने से अंधेरें को;<br/>

अपने हिस्से का 'दिया' खुद ही जलाना होगा।Upload to Facebook
    ख़्वाहिशों से नहीं गिरते महज़ फूल झोली में;
    कर्म की शाख को हिलाना पड़ता है;
    न होगा कुछ कोसने से अंधेरें को;
    अपने हिस्से का 'दिया' खुद ही जलाना होगा।
  • हर कामयाबी पे आपका नाम होगा;<br/>
आपके हर कदम पे दुनिया का सलाम होगा;<br/>
मुश्किलों का सामना हिम्मत से करना;<br/>
तो देखना एक दिन वक़्त भी आपका ग़ुलाम होगा।Upload to Facebook
    हर कामयाबी पे आपका नाम होगा;
    आपके हर कदम पे दुनिया का सलाम होगा;
    मुश्किलों का सामना हिम्मत से करना;
    तो देखना एक दिन वक़्त भी आपका ग़ुलाम होगा।
  • क्यों डरें कि ज़िंदगी में क्या होगा;<br/>
हर वक़्त क्यों सोचें कि बुरा होगा;<br/>
बढ़ते रहें मंज़िलों की ओर हम;<br/>
कुछ ना भी मिला तो क्या तज़ुर्बा तो नया होगा।Upload to Facebook
    क्यों डरें कि ज़िंदगी में क्या होगा;
    हर वक़्त क्यों सोचें कि बुरा होगा;
    बढ़ते रहें मंज़िलों की ओर हम;
    कुछ ना भी मिला तो क्या तज़ुर्बा तो नया होगा।
  • नदी की धार के विपरीत जाकर देखिये;<br/>
हिम्मत को हर मुश्किल में आज़मा कर देखिये;<br/>
आँधियाँ खुद मोड़ लेंगी अपना रास्ता;<br/>
एक बार कोशिश करके दीपक जला कर तो देखिये।Upload to Facebook
    नदी की धार के विपरीत जाकर देखिये;
    हिम्मत को हर मुश्किल में आज़मा कर देखिये;
    आँधियाँ खुद मोड़ लेंगी अपना रास्ता;
    एक बार कोशिश करके दीपक जला कर तो देखिये।
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