काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी; टूटे ना कभी डोर विश्वास की; छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी; जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की। मकर सक्रांति की हार्दिक शुभ कामनायें! |
त्यौहार नहीं होता अपना पराया; त्यौहार है वही जिसे सबने मनाया; तो मिला के गुड में तिल; एक दूसरे के संग जाओ घुल-मिल। लोहड़ी की शुभ कामनायें! |
पल पल सुनहरे फूल खिले; कभी न हो काँटो का सामना; ज़िन्दगी आपकी ख़ुशियों से भरी रहे; इस लोहड़ी की आपको शुभकामना! |
लोहड़ी की आग, आप के सभी दुखों को जला दे; इस आग की रौशनी, आपकी ज़िन्दगी में उजाला कर दे! आप सब को लोहड़ी की हार्दिक बधाई! |
सर्दी की थरथराहट में मूंगफली, रेवड़ी और गुड़ की मिठास के साथ; आपको लोहड़ी मुबारक हो प्यार, दोस्ती और हर रिश्ते की गर्माहट के साथ। लोहड़ी की शुभकामनाएं! |
फिर आ गयी नाचने की बारी; लोहड़ी मनाने की कर लो तैयारी; हो कर इकट्ठे सब आ जाओ; लोहड़ी के तुम गीत मिल गाओ। लोहड़ी की शुभ कामनायें! |
ज़िंदगी का फलसफा भी कितना अजीब है; शामें कटती नहीं और साल गुज़रते चले जा रहे हैं। नया साल मुबारक़! |
इस नए साल में, जो तू चाहे वो तेरा हो; हर दिन खूबसूरत और रातें रौशन हों; कामयाबी चूमती रहे तेरे कदम हमेशा यार; मुबारक हो तुझे नया साल मेरे यार! |
सुनहरी धूप बरसात के बाद; थोड़ी सी हँसी हर बात के बाद; मुबारक हो आपको नया साल 2015, 2014 के बाद। |
पग-पग में फूल खिले; खुशियाँ आपको इतनी मिले; कभी ना हो दुखों का सामना; पूरी हो आपकी हर मनोकामना। नव वर्ष की बधाई! |