अन्य Hindi SMS

  • आंखें कितने दिनों में खुलती हैं?</br>
गाय के बच्चे की बच्चे की प्रसव के तुरंत बाद,</br>
बकरी के 2-3 घंटे में,</br>
बिल्ली के 6-8 दिन में,</br>
कुत्ते के 10-12 दिन में और इंसान की शादी के बाद!</br>

ऐसी रोचक एवं दुर्लभ जानकारी के लिए साथ बने रहें!Upload to Facebook
    आंखें कितने दिनों में खुलती हैं?
    गाय के बच्चे की बच्चे की प्रसव के तुरंत बाद,
    बकरी के 2-3 घंटे में,
    बिल्ली के 6-8 दिन में,
    कुत्ते के 10-12 दिन में और इंसान की शादी के बाद!
    ऐसी रोचक एवं दुर्लभ जानकारी के लिए साथ बने रहें!
  • सच घटे या बड़े तो सच न रहे,</br>
झूठ की कोई इन्तहा ही नहीं।Upload to Facebook
    सच घटे या बड़े तो सच न रहे,
    झूठ की कोई इन्तहा ही नहीं।
  • गड्ढे चाहे सड़क पर हो या फिर गाल पर,
कम्बख्त जान का ख़तरा दोनों में ही रहता है!Upload to Facebook
    गड्ढे चाहे सड़क पर हो या फिर गाल पर, कम्बख्त जान का ख़तरा दोनों में ही रहता है!
  • दौर काग़ज़ी था मगर देर तक खतों में ज़ज़्बात मेहफ़ूज़ रहते थे;</br>
आज उम्र भर की यादें भी एक ऊँगली से डिलीट हो जाती हैं!Upload to Facebook
    दौर काग़ज़ी था मगर देर तक खतों में ज़ज़्बात मेहफ़ूज़ रहते थे;
    आज उम्र भर की यादें भी एक ऊँगली से डिलीट हो जाती हैं!
  • पलट कर जवाब देना बेशक गलत है,<br/>
लेकिन सुनते रहो तो लोग बोलने की हदें भूल जाती हैं!Upload to Facebook
    पलट कर जवाब देना बेशक गलत है,
    लेकिन सुनते रहो तो लोग बोलने की हदें भूल जाती हैं!
  • टेंशन उतनी ही लेनी चाहिए जितनी में काम हो जाये;</br>
इतनी नहीं कि ज़िन्दगी झंडू बाम हो जाये!Upload to Facebook
    टेंशन उतनी ही लेनी चाहिए जितनी में काम हो जाये;
    इतनी नहीं कि ज़िन्दगी झंडू बाम हो जाये!
  • एक बहुत पुरानी कहावत है!</br>
बहुत पुरानी है ना इसलिए मुझे भी याद नहीं आ रही!Upload to Facebook
    एक बहुत पुरानी कहावत है!
    बहुत पुरानी है ना इसलिए मुझे भी याद नहीं आ रही!
  • पहले उलझते थे हर बात पर, अब ख़ामोशी से हार मान लेते हैं;</br>
कुछ हादसों ने हमें समझदार बना दिया!Upload to Facebook
    पहले उलझते थे हर बात पर, अब ख़ामोशी से हार मान लेते हैं;
    कुछ हादसों ने हमें समझदार बना दिया!
  • एक बार जर्मनी में एक यहूदी कवि गिरफ्तार किये गए!</br>
कवि की बेटी ने माँ से पूछा, `पापा को पकड़ कर क्यों ले गए?`</br>
माँ बोली, `पापा ने हिटलर के खिलाफ कविता लिखी है!`</br>
बच्ची बोली, `वो भी पापा के खिलाफ कविता लिख देते!`</br>
माँ ने कहा, `वो लिख पता तो इतना खून-ख़राबा क्यों करता!`Upload to Facebook
    एक बार जर्मनी में एक यहूदी कवि गिरफ्तार किये गए!
    कवि की बेटी ने माँ से पूछा, "पापा को पकड़ कर क्यों ले गए?"
    माँ बोली, "पापा ने हिटलर के खिलाफ कविता लिखी है!"
    बच्ची बोली, "वो भी पापा के खिलाफ कविता लिख देते!"
    माँ ने कहा, "वो लिख पता तो इतना खून-ख़राबा क्यों करता!"
  • कोई हालात नहीं समझता,</br>
कोई ज़ज्बात नहीं समझता,</br>
ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब,</br>
कोई कोरा काग़ज़ समझ लेता है,</br>
तो कोई पूरी किताब नहीं समझता!Upload to Facebook
    कोई हालात नहीं समझता,
    कोई ज़ज्बात नहीं समझता,
    ये तो अपनी-अपनी समझ की बात है जनाब,
    कोई कोरा काग़ज़ समझ लेता है,
    तो कोई पूरी किताब नहीं समझता!
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