एक दिन सुबह उठोगे तो अख़बार में लिखा होगा... "Govt. of India Pvt. Ltd." |
आज कल के लोग पुलिस वालों को देख कर ऐसे मास्क ठीक करते हैं, जैसे पुराने ज़माने की बहुएँ, ससुर को ठीक देखकर, घूंघट ठीक करती हैं! |
पिछले दौर के लोग भी कुछ कम नहीं थे; टीवी एंटेना सेट करते-करते पड़ोसन सेट कर लेते थे! |
कछुआ छाप अगरबत्ती जलाने से मच्छर भी कछुए की चाल काटते रहते हैं लेकिन काटते जरूर हैं! |
वैक्सीन तो बन नहीं पा रही है किसी से... लेकिन अंट-शंट सैनिटाइजर मशीनें बना कर जो पैसे कमा रहे हैं उनको बस यही कहना चाहता हूँ, "शर्म करलो सालो, कुछ तो!" |
हम भारतीयों की बात ही अलग है! हम कोरोना के डर से मास्क नहीं लगाते, बल्कि इसलिए लगाते हैं ताकि... . . . . . पुलिस पकड़ कर कूट न दें, और चालान न काट दे! |
जितनी देर में एक महिला प्रोफाइल के लिए फोटो डिसाइड करती हैं! उतनी देर में पुरुष 50 स्त्रियों की फोटो देख कर 'NICE PIC' लिख आते हैं! |
औरत बढे से बढ़ा दुःख भूल सकती है लेकिन किसी शादी में अपनी जैसी साड़ी पहनने वाली दूसरी औरत को कभी नहीं भूलती! |
दुनिया में अब ऐसा कोई भी इंसान नहीं बचा जो यह कह सके कि... मैंने अल्कोहल को हाथ तक नहीं लगाया! |
जो लोग सुबह-शाम बोलते रहतें हैं कि "हे भगवान उठा ले अब तो" उन्हीं के लिए 'कोरोना' वाली स्कीम लांच हुई है... लाभ ज़रूर ले! |