5 साल तक गाँव का प्रधान रहने के बाद भी जो दोबारा गाँव के विकास की बात करे तो समझ जाओ... वो अब स्कार्पियो से फॉर्चूनर का सपना देख रहा है! |
पता है आज तक मेरी माँ ने मुझे वो बात नहीं बताई जो वो कहती थी, "तू घर आ फिर तुझे बताती हूँ!" |
दरवाजा खोलते ही: लड़की: अब क्यों आये हो? परसों मेरी शादी है! लड़का: टेंट लगाने आये हैं! काम-धंधा भी छोड़ दें क्या? |
कुछ ही दिनों में वैलेंटाइन डे आने वाला है! और वैलेंटाइन डे से मेरा उतना ही रिश्ता है जितना अंग्रेजों का नाग पंचमी से! |
एक बात पूछनी थी कि सात जन्म तक साथ देने वाले लोग... घर पहुँचते ही मोबाइल को साइलेंट पे क्यों लगा लेते हैं? |
रिश्तेदार विपक्ष के नेता जैसे होते हैं! आप कितना भी अच्छा कर लें, ये बस निंदा ही करेंगे! |
आख़िरकार वो घड़ी आ ही गयी... . . . . . . जो मैंने ऑनलाइन आर्डर की थी! |
सारी वैक्सीन बचपन में ही लगती हैं! ये पहली वैक्सीन आयी है जो पचपन में लग रही है! |
भारतीय माता-पिता के लॉजिक: घर से बाहर जाओ तो आवारा घर पर रहो तो निकम्मा अब बताओ कि क्या डिओडी पे खड़े रहें? |
जितनी जल्दी लड़कों को प्यार हो जाता है! उतनी जल्दी लड़कियाँ यह भी डिसाइड नहीं कर पाती हैं कि डार्क लिपस्टिक लगानी है या लाइट! |