क्या करूँ उम्र बढ़ती जा रही है! और हरकतें सुधरने का नाम नहीं ले रही! |
वीरू के लाख मना करने के बाद भी बसंती कुत्तों के सामने नाची! इससे ये साबित होता है कि नारी पुरातन काल से ही ज़िद्दी है! |
क्या युग आ गया है! लोग खाँसते ही शर्मिंदा होकर सफाई देने लगते हैं, "वो कल ठंडा पानी पी लिया था!" |
जैसे आत्मा ना मरती है, ना खत्म होती है, बस तन बदलती है! वैसे ही सोनपापड़ी ना खुलती है, ना ख़त्म होती है, बस घर बदलती है! |
वो मिले भी तो भंडारे में बाल्टी पकडे हुए; अब उनसे दिल मांगती या दाल! |
आज का ज्ञान: माँ छोटी मुसीबतों में काम आती है और बाप बड़ी मुसीबतों में! जैसे अगर चींटी काटी तो 'ऊई माँ' और अगर शेर आ गया तो 'अरे बाप रे'! ज्ञान समाप्त! |
पता नहीं लोग शादी में गुलाब जामुन, रसमलाई, रसगुल्ले क्यों रखते हैं? . . . . . . पूरी जेब चिप-चिपी हो जाती है! |
उनकी याद को भुलाने खातिर दिल पे जो रखे थे पत्थर, कम्बख्त सरक कर किडनी में वो आज पत्थरी बन गए! अब दर्द पहले से ज़्यादा होता है! |
घरवाले कहते हैं कि बुरी सांगत से दूर रहा करो! अब उन्हें कौन बताए कि मंडली के अध्यक्ष तो हम ही हैं! |
लड़कियां कहती हैं कि लड़के उनके रिस्पेक्ट नहीं करते लेकिन अगर इन्हें बहन जी कह दो तो आपकी बैंड बजा देती हैं! |