टीचर: तुम देर से क्यों आए? पप्पू: सड़क पर लगे बोर्ड के कारण। टीचर: कैसे बोर्ड के कारण? पप्पू: जिस पर लिखा है, आगे स्कूल है, कृपया धीरे चलें। |
पप्पू: पापा मेरी टीचर कितनी मस्त है ना? संता: बेटा टीचर माँ समान होती है। पप्पू: आपको तो हमेशा अपनी ही ख़ुशी दिखाई देती है। |
मिनी: कितनी ठण्ड पड जाये लेकिन मैं फिर भी नहाती हूँ। पप्पू: अरे मैं तो ठण्ड में दो बार नहाता हूँ। मिनी: Wow.. तुम तो बहुत प्यारे हो। पप्पू: नहीं रे पगली, मैं दो बार नहाता हूँ लेकिन महीने में। लड़की बेहोश |
एक दिन संता पप्पू को समझा रहा था। संता: बेटा मेहनत किया कर, मेहनत करने से कोई मर नहीं जाता। पप्पू: इसीलिए तो मैं मेहनत नहीं करता पापा, असली मज़ा तो उसी काम में है जिसमे जान का खतरा हो। |
मिनी: मेरे चेहरे पर बहुत दाने निकल रहे हैं। पप्पू: तब तो तुम केसर का चलता फिरता स्रोत हो। मिनी: वो कैसे? पप्पू: तुमने सुना नहीं, 'दाने-दाने में केसर का दम'। |
टीचर: आयत निर्यात का एक अच्छा सा उदाहरण बताओ? पप्पू: सोनिया गाँधी और सानिया मिर्ज़ा। |
टीचर: तुम्हारा रिजल्ट बहुत ख़राब आया है, कल पापा को साथ लेकर आना वरना... पप्पू: वरना क्या? टीचर: वरना रिजल्ट फेसबुक पर अपलोड करके उसमें पापा को टैग कर दूँगी। पप्पू: अच्छा तो मैं भी मम्मी को बता दूँगा कि मेरी मैडम पापा की Friend List में है। |
टीचर: क्या कोई बता सकता है कि भगवान ने लड़कियों को क्यों बनाया? पप्पू: ताकि वो हम लड़कों की Life बर्बाद कर सकें। टीचर: बस कर पगले रुलाएगा क्या? |
मिनी: क्या कर रहे हो? पप्पू: मूंगफली खा रहा हूँ। मिनी: हाय... अकेले अकेले? पप्पू: अब 10रु की मूंगफली में लंगर लगाऊँ? |
जीतो: बेटा, तुम तो पढ़ने में बड़े होशियार हो, फिर ट्यूशन वाले को रखने की क्या जरूरत है? पप्पू: माँ, तुम भी तो घर का काम करने में होशियार हो, फिर काम वाली बाई को रखने की क्या जरूरत है? फिर क्या... दे चप्पल... दे चप्पल |