एक शराबी मर के स्वर्ग पहुँचा! काफी घूमने के बाद उसे यमराज मिले! उसने पूछा, "मैं इतना बड़ा शराबी, सारा दिन नशे में टुन्न! मुझे स्वर्ग कैसे मिला प्रभु?" यमराज: वो जो तू बिना अन्न खाये दारू के साथ केवल सलाद खा के सो जाता था, टेकिनकली उसे उपवास में काउंट कर लिया गया है! |
डॉक्टर: तुम गटर में कैसे गिर गए? शराबी: क्या बताऊं डॉक्टर साहब, बिना ढक्कन की खुली गटर को गलती से सोशल डिस्टेन्सींग का सर्कल समझ बैठा था! |
हँसी, मुस्कान, तसल्ली, सुकून, चैन, अपनापन और राहत... ये चीजें पैसों से नहीं मिलती हैं! इनके लिये दारू पीनी पड़ती है! |
शराब की दुकान पर लगा नोटिस: "अर्थव्यवस्था को कंधा (सहारा) लगा सकें इतनी ही लें क्योंकि आपको कंधा लगाने लायक स्टाफ हमारी दुकान पर नहीं है!" |
सबसे बड़ा धर्मसंकट तो बेवड़ों के लिए है! अंग्रेजी पीकर अर्थव्यवस्था मजबूत करें या देसी पीकर आत्मनिर्भर बनें? |
अति आवशयक हो तभी घर से बाहर निकले... . . . . . जैसे शराब लेने! |
देखा दारू का कमाल एक हफ़्ते बिकने के बाद ही आर्थिक पैकिज देने लायक़ बना दिया सरकार को! |
वायरस से बचने के लिए भी 'अल्कोहल' और इकॉनमी को बचाने के लिए भी 'अल्कोहल'! ये कैसी विडंबना है प्रभु! कहीं यह अमृत तो नहीं! |
ब्रेकिंग न्यूज़: चीन पर पहले हमला करने को लेकर... . . . . . . . . ठेके पर ही आपस में भीड़ गए दो बेवड़े! |
एक शराबी से मैंने कहा ध्यान से चलो नाली में मत गिर जाना! कमीना बोला, "हम अर्थव्यवस्था चलाते हैं और तुम हमें चलना सिखाओगे!" |