संता पार्क में बैठा था। बंता: क्या कर रहे हो? संता: बदला ले रहा हूँ। बंता: किस से? संता: वक्त ने मुझे बर्बाद किया है, अब मैं वक्त को बर्बाद कर रहा हूँ। |
बंता: यार सूरज रात को क्यों नहीं निकलता? संता: क्या पता निकलता भी हो, अंधेरा इतना होता है कि कुछ दिखाई नहीं देता। |
जीतो: मेरा बेटा मुझे माँ कहकर नहीं पुकारता। संता (गुस्से में) बोला: मैं उसे सजा दूंगा। जीतो: क्या सजा दोगे उसे? संता: इतना मारूंगा कि उसका बाप भी तुझे माँ कहेगा। |
बंता: यार तुमने अपनी पिछली नौकरी क्यों छोड़ी? संता: परेशानी के कारण। बंता: कैसी परेशानी थी तुम्हें? संता: मुझे नहीं, वो लोग मुझसे परेशान हो गए थे। |
जीतो: सुनते हो कल हमारी शादी की सालगिरह है ना?
संता: हाँ डार्लिंग, इस ख़ास दिन को मैं कैसे भूल सकता हूँ? जीतो: तो कल कहा जायेंगे ये बताओ? संता मुस्कुराते हुए बोला, "कल हम अपनी प्यारी सी पत्नी के ससुराल जायेंगे।" |
संता: यार मैंने सुना है कि तूने भाभी को तलाक़ दे दिया, पर क्यों? बंता: क्या बताऊं यार, उसका चरित्र बहुत ख़राब था, उसने शादी मेरे से की थी, और बच्चे भगवान से मांग रही थी। |
बंता: तुमको शर्म नहीं आती, तुम्हारा बाप टेलर है और तुम्हारी शर्ट फटी हुई है। संता: शर्म तो तुम्हें भी नहीं आती, तुम्हारा बाप डेंटिस्ट है और तुम्हारा भाई बिना दांत के पैदा हुआ। |
संता: कल मुझे 10 लोगों ने पीटा। बंता: फिर तूने क्या किया? संता: मैंने कहा सालों एक-एक करके आओ। बंता: फिर? संता: फिर क्या, सालों ने एक-एक करके दोबारा पीटा। |
बंता: मैंने शादी से पहले अपनी पत्नी को एक बार भी प्यार नहीं किया था, क्या तुमने किया था? संता: तुम पहले अपनी पत्नी का नाम बताओ तो ही बता सकता हूँ। |
बंता: अरे, आपके घर में आग लग गई है और आप यहां बैठे हो। संता: तुम भी अजीब हो यार, चाबी मेरे पास है, आग कैसे लग सकती है। |