प्यारी सी सुबह में प्यारे से पंछी; प्यारे से किनारे, प्यारी सी ओंस की बूँदें; प्यारी सी ठंडी हवाएँ; एक प्यारे से दोस्त को प्यारा सा दिन दे जाए। सुप्रभात! |
बहारों का समय होता है आपके आने से; फूल खिलते हैं आपकी आहट से; ज्यादा मत सोईए जनाब; क्योंकि हर सुबह होती है आपके मुस्कुराने से। सुप्रभात! |
फूलों की वादियों में हो बसेरा आपका; सितारों के आँगन में हो सवेरा आपका; दुआ है एक दोस्त की दोस्त के लिए; हमसे भी खूबसूरत हो नसीब आपका। सुप्रभात! |
सुबह के फ़ूल खिल गए; पंछी अपने सफ़र पे उड़ गए; सूरज आते ही तारे छुप गए; क्या आप भी मीठी नींद से उठ गए। सुप्रभात! |
मौसम की बहार अच्छी हो; फूलों की कलियाँ अच्छी हों; हमारे ये रिश्ते सच्चे हों; ऐ रब तेरे से बस एक दुआ है; कि मेरे यार की हर सुबह अच्छी हो। सुप्रभात! |
गुलशन में भंवरों का फेरा हो गया; पूरब में सूरज का डेरा हो गया; मुस्कान के साथ आँखें खोल प्यारे; एक बार फिर से सवेरा हो गया। सुप्रभात! |
आपका मुस्कुराना हर रोज़ हो; कभी चेहरा कमल तो कभी रोज हो; 100 पल ख़ुशी, 1000 पल मौज हो; बस ऐसा ही आपका दिन हर रोज़ हो। सुप्रभात! |
नए दिन की नई सुबह का नया नया अंदाज़; सारे दिन की झोली में कुछ छुपे हुए हैं राज़; तुझको मुझ को हर किसी को मिलना है कुछ आज; तो आओ यारो ख़ुशी ख़ुशी कर लें दिन का आगाज़। सुप्रभात! |
ख़ुदा करे हर रात चाँद बन के आए; दिन का उजाला शान बन के आए; कभी दूर न हो आपके चेहरे से हँसी; नया दिन ऐसा मेहमान बन के आए। सुप्रभात! |
सुबह सुबह सूरज का साथ हो; परिंदों की आवाज़ हो; हाथ में चाय और यादों में आप हों; खुश नुमा सुबह की क्या बात हो। सुप्रभात! |