रिश्ते Hindi SMS

  • जहाँ याद न आये वो तन्हाई किस काम की;<br/>
बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की;<br/>
बेशक अपनी मंजिल तक जाना है;<br/>
पर जहाँ से अपने न दिखें, वो उंचाई किस काम की।Upload to Facebook
    जहाँ याद न आये वो तन्हाई किस काम की;
    बिगड़े रिश्ते न बने तो खुदाई किस काम की;
    बेशक अपनी मंजिल तक जाना है;
    पर जहाँ से अपने न दिखें, वो उंचाई किस काम की।
  • कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो;<br/>
कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो;<br/>
रिश्ते तो मिलते हैं मुक़द्दर से; <br/>
बस, उन्हें खूबसूरती से निभाना सीखो।Upload to Facebook
    कोई टूटे तो उसे सजाना सीखो;
    कोई रूठे तो उसे मनाना सीखो;
    रिश्ते तो मिलते हैं मुक़द्दर से;
    बस, उन्हें खूबसूरती से निभाना सीखो।
  • अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक हैं;<br/>

अच्छे हृदय से कई रिश्ते बनेंगे, और अच्छे स्वभाव से रिश्ते जीवन भर टिकेंगे।Upload to Facebook
    अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक हैं;
    अच्छे हृदय से कई रिश्ते बनेंगे, और अच्छे स्वभाव से रिश्ते जीवन भर टिकेंगे।
  • दिल से बने जो रिश्ते उनका नाम नहीं होता;
    इनका कभी भी निरर्थक अंजाम नहीं होता;
    अगर निभाने का जज्बा दोनों तरफ से हो;
    तो ये पाक रिश्ता कभी बदनाम नहीं होता।
  • आजकल बाजारों में बिकते हैं रिश्ते;<br/>
जब तक जरुरत हो तभी तक टिकते हैं रिश्ते;<br/>
अब तो लाभ-हानि के पलड़ो में तुलते हैं रिश्ते;<br/>
लेकिन न जाने क्यों, अब भी लोग बुनते हैं रिश्ते।Upload to Facebook
    आजकल बाजारों में बिकते हैं रिश्ते;
    जब तक जरुरत हो तभी तक टिकते हैं रिश्ते;
    अब तो लाभ-हानि के पलड़ो में तुलते हैं रिश्ते;
    लेकिन न जाने क्यों, अब भी लोग बुनते हैं रिश्ते।
  • हाथ छूटे तो रिश्ते नहीं छूटा करते;
    वक़्त की दहलीज़ से लम्हें नहीं टूटा करते;
    मिलते हैं कुछ इंसान ऐसे जिंदगी में;
    जिनसे कभी नाते नहीं टूटा करते।
  • रिश्ता बनाना इतना आसन है जैसे मिट्टी पर मिट्टी से लिखना;
    और;
    रिश्ता निभाना इतना मुश्किल है जैसे पानी पर पानी से लिखना।
  • इतने करीब रहो कि रिश्तों में एतबार रहे;
    इतने भी दूर मत जाओ कि इंतज़ार रहे;
    उम्मीद रखो रिश्तों के बीच इतनी;
    कि उम्मीद टूटे पर रिश्ते बरकरार रहें।
  • रिश्तों की ही दुनिया में अक्सर ऐसा होता है; <br/>
दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता है; <br/>
झुकना पड़े तो झुक जाना अपनों के लिए; <br/>
क्योंकि हर रिश्ता एक नाजुक समझौता होता है।Upload to Facebook
    रिश्तों की ही दुनिया में अक्सर ऐसा होता है;
    दिल से इन्हें निभाने वाला ही रोता है;
    झुकना पड़े तो झुक जाना अपनों के लिए;
    क्योंकि हर रिश्ता एक नाजुक समझौता होता है।
  • सभी लोग तो कभी अच्छे नहीं रहते;
    जिनसे सच सीखा है वो भी सच्चे नहीं रहते;
    क्यों ऐसा होता है ऐतबार की टूटी देहलीज़ पर;
    जो बहुत अपने हैं, अक्सर अपने नहीं रहते।
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