प्रेरणादायक Hindi SMS

  • करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता;<br/>
वो सिर उठा के तो देखे जिसे रास्ता नहीं मिलता;<br/>
भले ही धूप हो, काँटे हों राहों में मगर चलना तो पड़ता है;<br/>
क्योंकि किसी प्यासे को घर बैठे कभी दरिया नहीं मिलता।Upload to Facebook
    करे कोशिश अगर इंसान तो क्या-क्या नहीं मिलता;
    वो सिर उठा के तो देखे जिसे रास्ता नहीं मिलता;
    भले ही धूप हो, काँटे हों राहों में मगर चलना तो पड़ता है;
    क्योंकि किसी प्यासे को घर बैठे कभी दरिया नहीं मिलता।
  • यूँ ही नहीं मिलती मंज़िल राही को;<br/>
एक जूनून सा दिल में जगाना पड़ता है;<br/>
ऐसे ही नहीं बन जाते आशियाने परिंदो के;<br/>
भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार, तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।Upload to Facebook
    यूँ ही नहीं मिलती मंज़िल राही को;
    एक जूनून सा दिल में जगाना पड़ता है;
    ऐसे ही नहीं बन जाते आशियाने परिंदो के;
    भरनी पड़ती है उड़ान बार-बार, तिनका-तिनका उठाना पड़ता है।
  • खुद पर हो विश्वास और मन में हो आस्था;<br/>
फिर कितनी भी आ जायें बाधाएं, मिल ही जाता है रास्ता।Upload to Facebook
    खुद पर हो विश्वास और मन में हो आस्था;
    फिर कितनी भी आ जायें बाधाएं, मिल ही जाता है रास्ता।
  • अभी ना पूछो हमसे मंज़िल कहाँ है;<br />
अभी तो हमने चलने का इरादा किया है;<br />
ना हारे हैं, ना हारेंगे कभी;<br />
यह किसी और से नहीं बल्कि खुद से वादा किया है।Upload to Facebook
    अभी ना पूछो हमसे मंज़िल कहाँ है;
    अभी तो हमने चलने का इरादा किया है;
    ना हारे हैं, ना हारेंगे कभी;
    यह किसी और से नहीं बल्कि खुद से वादा किया है।
  • ताश के पत्तों से कभी ताजमहल नहीं बनता;<br/>
नदी को रोकने से समंदर नहीं बनता;<br/>
लड़ते रहो ज़िंदगी से हर दिन हर पल क्योंकि;<br/>
सिर्फ एक बार जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता।Upload to Facebook
    ताश के पत्तों से कभी ताजमहल नहीं बनता;
    नदी को रोकने से समंदर नहीं बनता;
    लड़ते रहो ज़िंदगी से हर दिन हर पल क्योंकि;
    सिर्फ एक बार जीतने से कोई सिकंदर नहीं बनता।
  • ज़िन्दगी में मुश्किलें तमाम हैं;<br/>
फिर भी लबों पे एक मुस्कान है;<br/>
क्योंकि जब जीना हर हाल में है;<br/>
तो मुस्कुरा कर जीने में क्या नुक्सान है।Upload to Facebook
    ज़िन्दगी में मुश्किलें तमाम हैं;
    फिर भी लबों पे एक मुस्कान है;
    क्योंकि जब जीना हर हाल में है;
    तो मुस्कुरा कर जीने में क्या नुक्सान है।
  • क्यों डरना कि ज़िंदगी में क्या होगा;<br/>
हर वक़्त क्यों सोचना कि बुरा होगा;<br/>
बढ़ते रहो मंज़िल की तरफ हर दम;<br/>
कुछ ना मिला तो क्या हुआ, तज़ुर्बा तो नया होगा।Upload to Facebook
    क्यों डरना कि ज़िंदगी में क्या होगा;
    हर वक़्त क्यों सोचना कि बुरा होगा;
    बढ़ते रहो मंज़िल की तरफ हर दम;
    कुछ ना मिला तो क्या हुआ, तज़ुर्बा तो नया होगा।
  • बेहतर से बेहतर की तलाश करो;
    मिल जाए नदी तो समंदर की तलाश करो;
    टूट जाते हैं शीशे पत्थरों की चोट से;
    टूट जाये पत्थर ऐसे शीशे की तलाश करो।
  • हर मुश्किल के दो हल हैं;
    1. भाग लो (उससे भाग जाओ)
    2. भाग लो (उसका सामना करो)
    फैसला आपका है।
  • जब टूटने लगे हौंसला तो बस यही याद रखना;<br/>
बिना मेहनत के कभी तख्तो-ताज हासिल नहीं होते;<br/>
ढूंढ लेना अंधेरों में भी तुम मंज़िल अपनी;<br/>
क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।Upload to Facebook
    जब टूटने लगे हौंसला तो बस यही याद रखना;
    बिना मेहनत के कभी तख्तो-ताज हासिल नहीं होते;
    ढूंढ लेना अंधेरों में भी तुम मंज़िल अपनी;
    क्योंकि जुगनू कभी रौशनी के मोहताज़ नहीं होते।