ग़म न कर ज़िंदगी बहुत बड़ी है; चाहत की महफ़िल तेरे लिए सजी है; बस एक बार मुस्कुरा कर तो देख; तक़दीर खुद तुझसे मिलने बाहर खड़ी है। |
रख हौंसला मंज़र भी आएगा; प्यासे के पास चल के समंदर भी आएगा; थक कर न बैठ ए मंज़िल के मुसाफिर; मंज़िल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आएगा। |
एक सफल व्यक्ति बनने की कोशिश मत करो, बल्कि मूल्यों पर चलने वाले व्यक्ति बनो। |
जो हो गया उसे सोचा नहीं करते; जो मिल गया उसे खोया नहीं करते; होती है हासिल मंज़िल उन्हें; जो वक़्त और हालात पर रोया नहीं करते। |
ख़्वाहिशों से नहीं गिरते महज़ फूल झोली मे; कर्म की शाख को हिलाना होगा; न होगा कुछ कोसने से अंधेरे को; अपने हिस्से का दिया खुद ही जलाना होगा। |
न संघर्ष न तकलीफ, तो क्या मज़ा है जीने में; बड़े-बड़े तूफ़ान थम जाते हैं जब आग लगी हो सीने में। |
किस्मत में लिखी हर मुश्किल टल जाती है; यदि हो बुलंद हौसले तो मंज़िल मिल ही जाती है; सिर उठा कर यदि आसमान को देखोगे बार-बार; तो गगन को छूने की प्रेरणा मिल ही जाती है। |
आसानी से कुछ न मिले तो उदास मत होना; मिल जायेगा सब तो फिर कोशिश क्या करोगे; सपने सब हकीकत नहीं होते; अगर होंगे सब हक़ीक़त तो फिर कहाँ देखोगे। |
जीत की खातिर बस जूनून चाहिए; जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिए; ये आसमां भी आयेगा ज़मीं पर; बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए। |
वक़्त से लड़ कर अपना नसीब बदल दे; इंसान वही जो अपनी तक़दीर बदल दे; कल क्या होगा उसकी कभी ना सोचो; क्या पता कल वक़्त खुद अपनी लकीर बदल दे। |