आपको सोचना तो है ही, तो क्यों ना बड़ा सोचिये? |
तो आप सोचते हैं कि जड़ पैसा है। क्या आपने कभी ये पूछा है कि पैसे की जड़ क्या है? |
पतझड़ एक दूसरे बसंत की तरह है जब सभी पत्तियां फूल बन जाती हैं। |
कितना खूबसूरत है कुछ ना करना और उसके बाद आराम करना। |
हम इसलिए युद्ध करते हैं कि हम शांति से रह सकें। |
मैं कल्पना हूँ। मैं वो देख सकती हूँ जो आँखें नहीं देख सकतीं। मैं वो सुन सकती हूँ जो कान नहीं सुन सकते। मैं वो महसूस कर सकती हूँ जो ह्रदय नहीं महसूस कर सकता। |
जब छात्र बदतमीज़ी करें तो क्यों ना शिक्षक को छड़ी मारी जाये? |
ये मत भूलो कि धरती तुम्हारे पैरों को महसूस करके खुश होती है और हवा तुम्हारे बालों से खेलना चाहती है। |
मैं इसलिए परेशान नहीं हूँ कि तुमने मुझसे झूठ कहा, मैं परेशान हूँ कि मैं अब से तुम पर भरोसा नहीं कर सकूंगा। |
चालीस के ऊपर के सभी व्यक्ति बदमाश हैं। |