आध्यात्मिक Hindi SMS

  • जिस दिन हमारा मन परमात्मा को याद करने और उसमे दिलचस्पी लेना शुरू कर देगा,<br />
उस दिन हमारी परेशानियां हम में दिलचस्पी लेना बंद कर देंगी।Upload to Facebook
    जिस दिन हमारा मन परमात्मा को याद करने और उसमे दिलचस्पी लेना शुरू कर देगा,
    उस दिन हमारी परेशानियां हम में दिलचस्पी लेना बंद कर देंगी।
  • जो बिगड़ी गाड़ियाँ सुधारे, वो मैकेनिक;<br />
जो बिगड़ी मशीनें संवारे, वो इंजीनियर;<br />
जो बिगड़े शरीरों को सुधारे, वो डॉक्टर;<br />
जो बिगड़े मुक़द्दर संवारे, वो परमात्मा।Upload to Facebook
    जो बिगड़ी गाड़ियाँ सुधारे, वो मैकेनिक;
    जो बिगड़ी मशीनें संवारे, वो इंजीनियर;
    जो बिगड़े शरीरों को सुधारे, वो डॉक्टर;
    जो बिगड़े मुक़द्दर संवारे, वो परमात्मा।
  • मैं हर बार आजमाता हूँ कि ईश्वर है कि नहीं,<br />
पर उसने एक बार भी सबूत नहीं माँगा कि मैं इन्सान हूँ कि नहीं।Upload to Facebook
    मैं हर बार आजमाता हूँ कि ईश्वर है कि नहीं,
    पर उसने एक बार भी सबूत नहीं माँगा कि मैं इन्सान हूँ कि नहीं।
  • श्रद्धा और विश्वास ऐसी जड़ी बूटियाँ हैं कि जो एक बार घोल कर पी लेता है वह चाहने पर मृत्यु को भी पीछे धकेल देता है।Upload to Facebook
    श्रद्धा और विश्वास ऐसी जड़ी बूटियाँ हैं कि जो एक बार घोल कर पी लेता है वह चाहने पर मृत्यु को भी पीछे धकेल देता है।
  • बिना माँगें इतना दिया दामन में मेरे समाया नही;<br />
जितना दिया प्रभु ने मुझको उतनी तो मेरी औकात नही;<br />
यह तो करम है उनका वरना मुझ में तो ऐसी  बात नही।Upload to Facebook
    बिना माँगें इतना दिया दामन में मेरे समाया नही;
    जितना दिया प्रभु ने मुझको उतनी तो मेरी औकात नही;
    यह तो करम है उनका वरना मुझ में तो ऐसी बात नही।
  • क्यों इतना वक़्त गुज़ारते हो देखते हुए खुद को `आईने` में;<br />
कुछ वक़्त बैठो प्रभु के सामने खूबसूरत हो जाओगे सही `मायने` में।Upload to Facebook
    क्यों इतना वक़्त गुज़ारते हो देखते हुए खुद को "आईने" में;
    कुछ वक़्त बैठो प्रभु के सामने खूबसूरत हो जाओगे सही "मायने" में।
  • जब तेरी रहमत पर मेरी नज़र जाती है, मेरी आँखें भर आती हैं;<br />
तू दे रहा है मुझे इस क़दर कि हाथ दुआ में उठने से पहले ही झोली भर जाती है।Upload to Facebook
    जब तेरी रहमत पर मेरी नज़र जाती है, मेरी आँखें भर आती हैं;
    तू दे रहा है मुझे इस क़दर कि हाथ दुआ में उठने से पहले ही झोली भर जाती है।
  • जब दुआ और कोशिश से बात ना बने,
    तो फैसला भगवान पर छोड़ दो, भगवान अपने बन्दों के बारे में बेहतर फैसला करते हैं।
  • परमात्मा का सिमरन ज़ुबान की हरकत ही नहीं रूह की पुकार भी है।Upload to Facebook
    परमात्मा का सिमरन ज़ुबान की हरकत ही नहीं रूह की पुकार भी है।
  • भग़वान कहते हैं,<br />
`तलाश ना कर मुझे ज़मीन-ओ-आसमान की गर्दिशों में अगर तेरे दिल में नहीं हूँ तो कहीं नहीं हूँ मैं।`Upload to Facebook
    भग़वान कहते हैं,
    "तलाश ना कर मुझे ज़मीन-ओ-आसमान की गर्दिशों में अगर तेरे दिल में नहीं हूँ तो कहीं नहीं हूँ मैं।"
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