मौसम Hindi SMS

  • मौसम विभाग भी हर साल 'बीस लाख हज़ार करोड़' के पैकेज टाइप की बारिश का अनुमान लगाता है!</br>
लेकिन बारिश 'पिछत्तीस' रुपये जितनी होती है!Upload to Facebook
    मौसम विभाग भी हर साल 'बीस लाख हज़ार करोड़' के पैकेज टाइप की बारिश का अनुमान लगाता है!
    लेकिन बारिश 'पिछत्तीस' रुपये जितनी होती है!
  • बेरोज़गारी इतनी बढ़ गयी है कि बारिश की चार बूँदें ढंग से गिरती नहीं और यहाँ 400 शायर पैदा हो जाते हैं!
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    बेरोज़गारी इतनी बढ़ गयी है कि बारिश की चार बूँदें ढंग से गिरती नहीं और यहाँ 400 शायर पैदा हो जाते हैं!
  • जून का भूला अगर जुलाई में घर आ जाये तो उसे भूला नहीं,</br>
भारत का मानसून कहते हैं!Upload to Facebook
    जून का भूला अगर जुलाई में घर आ जाये तो उसे भूला नहीं,
    भारत का मानसून कहते हैं!
  • ऐ खुदा तो बोल दे अपने बादलों को...</br>
अब गर्मा गर्म धूल उड़ रही है बारिश की जाये!Upload to Facebook
    ऐ खुदा तो बोल दे अपने बादलों को...
    अब गर्मा गर्म धूल उड़ रही है बारिश की जाये!
  • थोड़ी सी बारिश को मानसून ना समझो!</br>
भगवान ने अभी गर्म तवे पर पानी छिड़का है, अब हम सबका डोसा बनेगा!Upload to Facebook
    थोड़ी सी बारिश को मानसून ना समझो!
    भगवान ने अभी गर्म तवे पर पानी छिड़का है, अब हम सबका डोसा बनेगा!
  • इस गर्मी का आलम बस इतना समझ ले 'ग़ालिब';</br>
कपडे धोते ही सूख जाते हैं और पहनते ही गीले हो जाते हैं!Upload to Facebook
    इस गर्मी का आलम बस इतना समझ ले 'ग़ालिब';
    कपडे धोते ही सूख जाते हैं और पहनते ही गीले हो जाते हैं!
  • नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी से गुज़ारिश है कि  अगर आपका यार हँस लिया है तो बारिश बंद करवा दीजिये!</br>
बहुत परेशानी हो रही है अभी!Upload to Facebook
    नवाज़ुद्दीन सिद्दीकी से गुज़ारिश है कि अगर आपका यार हँस लिया है तो बारिश बंद करवा दीजिये!
    बहुत परेशानी हो रही है अभी!
  • मेरी दुआयें कबूल होनी शुरू हो गयी हैं!</br>
सर्दियों में टंकी में जो गर्म पानी की दुआ मांगी थी, अब पूरी हो रही है!Upload to Facebook
    मेरी दुआयें कबूल होनी शुरू हो गयी हैं!
    सर्दियों में टंकी में जो गर्म पानी की दुआ मांगी थी, अब पूरी हो रही है!
  • मौसम ए मिज़ाज़ का कैसा ये फ़साना है;<br/>
कंबल भी ओढ़ना है और पंखा भी चलाना है!Upload to Facebook
    मौसम ए मिज़ाज़ का कैसा ये फ़साना है;
    कंबल भी ओढ़ना है और पंखा भी चलाना है!
  • मौसम का हाल देख लगता है कि लॉकडाउन गलत टाइम पे लग गया था!<br/>
इस समय लगना चाहिए था... कम्बख्त रजाई से बाहर निकलने का दिल ही नहीं करता!Upload to Facebook
    मौसम का हाल देख लगता है कि लॉकडाउन गलत टाइम पे लग गया था!
    इस समय लगना चाहिए था... कम्बख्त रजाई से बाहर निकलने का दिल ही नहीं करता!
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