मौसम Hindi SMS

  • सुनो, जिस हिसाब से गर्मी पड़ रही है उससे तो लगता है इस बार...<br/>
जेब में प्याज़ रखने से कुछ नहीं होगा, सिर पर प्याज़ की बोरी रखनी पड़ेगी!Upload to Facebook
    सुनो, जिस हिसाब से गर्मी पड़ रही है उससे तो लगता है इस बार...
    जेब में प्याज़ रखने से कुछ नहीं होगा, सिर पर प्याज़ की बोरी रखनी पड़ेगी!
  • अब ना जीओ चलेगा न फोग, <br/>
अब चलेगी लू वो भी गरमा गर्म!Upload to Facebook
    अब ना जीओ चलेगा न फोग,
    अब चलेगी लू वो भी गरमा गर्म!
  • साला समझ नहीं आ रहा है ये मौसम कौन सा चल रहा है!<br/>
मच्छर काट रहे हैं<br/>
कम्भ्ल भी औढ रहे हैं<br/>
पंखा भी चला रहे हैं<br/>
नहा भी गरम पानी से रहे हैं<br/>
और पी ठंडा पानी रहे हैं<br/>
लगता है कोनो फिरकी ले रहा है!Upload to Facebook
    साला समझ नहीं आ रहा है ये मौसम कौन सा चल रहा है!
    मच्छर काट रहे हैं
    कम्भ्ल भी औढ रहे हैं
    पंखा भी चला रहे हैं
    नहा भी गरम पानी से रहे हैं
    और पी ठंडा पानी रहे हैं
    लगता है कोनो फिरकी ले रहा है!
  • प्रिय दिसंबर,<br/>
तुम कृपा वापिस आ जाओ, तुम तो सिर्फ नहाने नहीं देते थे।<br/>
जनवरी तो हाथ भी धोने नहीं दे रहा।Upload to Facebook
    प्रिय दिसंबर,
    तुम कृपा वापिस आ जाओ, तुम तो सिर्फ नहाने नहीं देते थे।
    जनवरी तो हाथ भी धोने नहीं दे रहा।
  • आज सुबह-सुबह बहुत खतरनाक सपना देखा...<br/>
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`मैं कूलर के सामने सो रहा हूँ!`Upload to Facebook
    आज सुबह-सुबह बहुत खतरनाक सपना देखा...
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    "मैं कूलर के सामने सो रहा हूँ!"
  • हमारे प्रदेश में किसी भी पार्टी की लहर नहीं है!<br/>
यहाँ सिर्फ शीतलहर चल रही है!Upload to Facebook
    हमारे प्रदेश में किसी भी पार्टी की लहर नहीं है!
    यहाँ सिर्फ शीतलहर चल रही है!
  • रात को ज़ोरदार ठण्ड लगी तो मैंने योगी जी का फार्मूला आज़माया!<br/>
दिसम्बर का नाम बदलकर अप्रैल रख दिया!<br/>
ठण्ड फुर्र!Upload to Facebook
    रात को ज़ोरदार ठण्ड लगी तो मैंने योगी जी का फार्मूला आज़माया!
    दिसम्बर का नाम बदलकर अप्रैल रख दिया!
    ठण्ड फुर्र!
  • सबसे महत्त्वपूर्ण होता है वक़्त<br/>
देख लीजिए कल पंखे सगे थे और आज रजाईयां अपनी सी लगने लगी हैं!Upload to Facebook
    सबसे महत्त्वपूर्ण होता है वक़्त
    देख लीजिए कल पंखे सगे थे और आज रजाईयां अपनी सी लगने लगी हैं!
  • ठण्ड मैं  एक और समस्या होती है<br/>  
छाँव मैं बैठ जाओ तो ठण्ड लगने लगती है<br/> 
और धुप मैं बैठ जाओ तो मोबाइल का डिस्प्ले नहीं दीखता।<br/>  Upload to Facebook
    ठण्ड मैं एक और समस्या होती है
    छाँव मैं बैठ जाओ तो ठण्ड लगने लगती है
    और धुप मैं बैठ जाओ तो मोबाइल का डिस्प्ले नहीं दीखता।
  • जैसे जैसे सर्दी आ रही है वैसे वैसे सुबह के टाइम बिस्तर का गुरुत्वाकर्षण भी बढ़ता जा रहा है!Upload to Facebook
    जैसे जैसे सर्दी आ रही है वैसे वैसे सुबह के टाइम बिस्तर का गुरुत्वाकर्षण भी बढ़ता जा रहा है!
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