कलियाँ खिल उठी एक प्यारे से एहसास के साथ, एक नया विश्वास दिन की शुरुआत एक मीठी सी मुस्कान के साथ, आपको बोलना है मंगलमय हो आपका हर दिन, मंगल हो ये सुप्रभात। सुप्रभात! |
यदि हम उंचा उठना चाहते है तो, अपने अंदर के अहंकार को निकालकर, स्वयं को हल्का करना पडेगा... क्योंकि ऊँचा वही उठता है जो हल्का होता है। सुप्रभात! |
ना किसी के आभाव में जियो, ना किसी के प्रभाव में जियो; ज़िन्दगी आपकी है बस अपने मस्त स्वभाव में जियो। सुप्रभात! |
'श्रद्धा' ज्ञान देती है, 'नम्रता' मान देती है, और 'योग्यता' स्थान देती है। और तीनों मिल जाएं तो व्यक्ति को हर जगह 'सम्मान' देती हैं। सुप्रभात! |
पग-पग सुनहरे फूल खिलें, कभी ना हो काँटों का सामना; ज़िन्दगी आप की खुशियों से भरी रहे, बस यही है हमारी मोनकामना। सुप्रभात! |
काली अँधेरी रात के बाद सुबह है आई; उठकर देखो सुबह का नज़ारा, सूर्य की रौशनी से सारी दुनिया है जगमगाई; क्या हुआ अगर कल गम में बीता, आज की सुबह नयी उमीदें है ले कर आई। सुप्रभात! |
ज़िंदगी की हर सुबह कुछ शर्तें लेकर आती है और ज़िंदगी की हर शाम कुछ तज़ुर्बे देकर जाती है। सुप्रभात! |
सुबह सुबह ज़िन्दगी की शुरुआत होती है; किसी अपने से बात हो तो खास होती है; हँस के प्यार से अपनों को सुप्रभात बोलो तो; खुशियाँ अपने आप साथ होती हैं। आप का दिन शुभ हो! |
नया दिन नयी सुबह करिये नयी शुरुआत, जागो उठो खोलो पलकें हो गया प्रभात! आपका दिन मंगलमय हो! |
खूबसूरत तस्वीरें नैगेटिव से तैयार होती हैं वो भी अँधेरे में, इसलिए जब भी आपके जीवन में अन्धकार नज़र आये तो समझ लीजिये कि ईश्वर आपके भविष्य की सुंदर सी तस्वीर का निर्माण कर रहा है। सुप्रभात! |